नाथूराम गोडसे को सबसे बड़ा देशभक्त बताने पर बुरी तरह फंसी साध्वी प्रज्ञा
नई दिल्ली
भोपाल से भाजपा की प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को सबसे बड़ा देशभक्त बताने पर बुरी तरह फंस गई हैं। उनके बयान से भाजपा ने खुद को अलग कर लिया है। भाजपा के जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि पार्टी साध्वी प्रज्ञा के बयान से सहमत नहीं है। हम इस बयान की निंदा करते हैं। साध्वी को अपने इस बयान के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए। बता दें कि साध्वी प्रज्ञा का यह बयान उस समय आया, जब उनसे कमल हासन के गोडसे को पहला हिंदू आतंकी बताने पर प्रतिक्रिया मांगी गई। साध्वी ने कहा कि नाथूराम गोडसे देशभक्त थे। देशभक्त हैं और देशभक्त रहेंगे। उन्हें हिंदू आतंकवादी बताने वाले अपने गिरेबान में झांककर देखें। अबकी बार चुनाव में ऐसे लोगों को जवाब दे दिया जाएगा। कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा है कि प्रज्ञा ठाकुर ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को सच्चा देशभक्त बताकर पूरे राष्ट्र को अपमानित किया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसके लिए उन्हें दंडित करके पूरे देश से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला ने कहा कि गांधी जी की विचारधारा पर भाजपाई प्रहार जारी है। साध्वी प्रज्ञा द्वारा राष्ट्रपिता के हत्यारे को महिमा मंडित करने से भाजपा का हिंसक चेहरा उजागर हुआ है और साफ हुआ है कि भाजपाई गोडसे के वंशज हैं। उधर, कांग्रेस नेता और भोपाल से प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ चुनाव लड़ रहे दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को कहा कि नाथूराम गोडसे को लेकर पीएम मोदी, अमित शाह और राज्य भाजपा को अपने बयान जारी करने चाहिए और देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं इस बयान (प्रज्ञा ठाकुर के) की निंदा करता हूं। नाथूराम गोडसे एक हत्यारा था, उसका महिमामंडन करना देशभक्ति नहीं है, यह राष्ट्रद्रोह है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी साध्वी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता का हत्यारा देशभक्त…हे राम! साध्वी प्रज्ञा ठाकुर द्वारा नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहे जाने पर निशाना साधते हुए जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने एक ट्वीट कर कहा कि अगर एक हिंदू कट्टरपंथी, जिसने महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या की हो, उसे देशभक्त बताया जा रहा है तो मुझे गर्व है कि मुझे देशद्रोही कहा जाता है। ऐसा राष्ट्रवाद और देशभक्ति हमारे बस का नहीं, यह आपको मुबारक।