बाढ़ प्रबन्धन हेतु राज्य स्तरीय माॅक एक्सरसाइज कराये जाने सम्बन्धित वीडियो कान्फ्रेन्सिगः


उन्नाव


आज सुधीर सिंह चैहान, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, उ0प्र0 राज्य आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण व बाढ़ आपदा प्रबन्धन के वरिष्ठ अधिकारियों ने वीडियो कान्फ्रेन्सिग के जरिये जनपद के सभी डी0एम0/ ए0डी0एम0/ सी0डी0ओ0 व बाढ़ से सम्बन्धित अधिकारियों को बाढ़ से निपटने के लिये भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित मेगा माॅक एक्सरसाइज अर्थात बाढ़ से निपटने हेतु तैयारी के आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। इसमें बाढ़ प्रभावित 41 जिलों को शामिल किया गया है। जिसमें उन्नाव भी शामिल है।
बाढ़ प्रबन्धन हेतु राज्य स्तरीय माॅक एक्सरसाइज कराये जाने की जिम्मेदारी सम्बन्धित अधिकारियों को दी गई। आपदा के समय कुशल प्रबंधन हेतु भारत सरकार द्वारा इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम (आई0आर0एस0) को मान्यता प्रदान की गई है। जिसके अनुसार विभिन्न जिम्मेदारियों के लिए पदाधिकारियों को नामित किया है। उदाहरण स्वरूप इंसीडेंट कमांडर-डी0एम, डिप्टी-ए0डी0एम0, इनफॉरमेशन एंड मीडिया ऑफिसर-डी0आई0ओ0, सेफ्टी ऑफिसर- एस0एस0पी0, लाइजन ऑफिसर- एस0डी0एम0, ऑपरेशन सेक्शन- ए0सी0पी0, प्लानिंग सेक्शन- एस0डी0एम0, लॉजिस्टिक्स- सी0डी0ओ0 इत्यादि को जिम्मेदारी दी गई है।
उन्होंने बताया कि सभी जिलाधिकारी अपने जनपद में बाढ़ संवेदनशील 03 से 04 स्थान चिन्हित कर लें जहां दिनांक 18 जुलाई, 2019 को माॅक एक्सरसाइज कराई जा सके। इसके अतिरिक्त राहत शिविर का एक स्थान भी निर्धारित कर लें जहां आपातकालीन निकास के समय लोगों को एकत्र किया जा सके। प्रत्येक चिन्हित स्थान का सिनारियो निर्धारित कर लें उदाहरण स्वरूप लोकेशन 01 पर बाढ़ के पूर्वानुमान के अनुसार लोगों को सूचित करना, लोकेशन 02 पर बाढ़ में फंसे हुए/ प्रभावित व्यक्तियों को रेस्क्यू करना आदि। स्टेजिंग एरिया निर्धारित करना जहां पर सभी सुरक्षा बल, गाड़ियां, राहत कार्य संबंधित व्यक्ति चेतावनी के समय एकत्र हो सके। आपातकालीन संचालन केंद्र (ई0ओ0सी0) स्थापित करना जो कि वायरलेस सिस्टम से संपर्क में रहें। इन्सीडेन्ट कमाण्डर (जिलाधिकारी) अपना उप कमांडेंट निर्धारित करें जिसके अंतर्गत एक मीडिया ऑफिसर, सुरक्षा अधिकारी, लाइजेनिंग अधिकारी भी निर्धारित कर ली जाए। आपातकालीन संचालन केंद्र (ई0ओ0सी0) के अंतर्गत तीन सेक्शन ऑपरेशन सेक्शन, प्लानिंग सेक्शन, लॉजिस्टिक सेक्शन तथा इन तीनों सेक्शन के चीफ निर्धारित कर लिया जाए। जनपदीय पुलिस, अग्निशमन विभाग, सिविल डिफेंस, होमगार्ड, एन0सी0सी0, आपदा मित्र, एस0डी0आर0एफ0, एन0डी0आर0एफ0, पी0ए0सी0 इत्यादि से संपर्क करके अपने जनपद में संसाधनों की उपलब्धता के अनुसार माॅक एक्सरसाइज में सहभागिता सुनिश्चित करें जिससे माॅक एक्सरसाइज में सहभागिता सुनिश्चित करें जिससे माॅक एक्सरसाइज का कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न किया जा सके। जिलाधिकारी इन्सीडेन्ट कमांडर की भूमिका निभाते हुए ई0ओ0सी0 में (पी0डब्लू0डी0, सवास्थ्य, अग्निशमन, परिवहन, पुलिस, कृषि तथा पशुपालन विभाग, सिंचाई विभाग, खाद्य एवं रसद विभाग) के जिला स्तरीय अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करें। प्रत्येक लोकेशन का एक रिस्पांसिबल ऑफिसर (आर0ओ0) जो कि एस0डी0एम0 स्तर अथवा तहसीलदार स्तर का हो निर्धारित करें जिनके साथ उपरोक्त विभागों के सदस्य अपने उपकरणों के साथ प्रभावित लोकेशन पर पहुंचे। सभी टीमें वायरलेस द्वारा ई0ओ0सी0 के संपर्क में रहेंगी तथा मो0 फोन पर निर्भरता नहीं रखी जाएगी। जनपद में उपलब्ध मोटर बोटों, नाविकों की सूची बनाकर मॉक एक्सरसाइज में उनकी सहभागिता सुनिश्चित कर लें तथा अन्य संबंधित उपकरणों की रख-रखाव की जांच करवा लें। जिले का आपातकालीन संचालन केंद्र (ई0ओ0सी0) प्रदेश के ई0ओ0सी0 को आपदा प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी देता रहेगा। दिनांक 18 जुलाई, 2019 को आहूत की जाने वाली माॅक एक्सरसाइज को आई0आर0एस0 (इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम) को ध्यान में रखते हुए संपन्न कराया जाना है।


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