डीएम ने किया विकास भवन का आकस्मिक निरीक्षण

डीपीआरओ कार्यालय के बारीकी से परखे हालात, नदारत कर्मचारियों का रोका वेतन


फतेहपुर।


जिलाधिकारी संजीव सिंह ने विकास भवन के विभिन्न कार्यालयों कृषि विभाग, पिछड़ा वर्ग, अनु0 जनजाति, प्रोबेशन, आरईएस, अर्थ एवं संख्याधिकारी, पशुपालन, कृषि, अल्पसंख्यक, लघु सिंचाई आदि का आकस्मिक निरीक्षण किया। जिसमें जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में चौदहवां वित्त एवं चतुर्थं वित्त राज आयोग की संस्तुतियां के तहत ग्राम पंचायतों द्वारा कराये गये कार्यो की वित्तीय स्वीकृत रजिस्टर, उपस्थिति पंजीका, सर्विस बुक, एसीपी, वेतन रजिस्टर, एनपीएस पास बुक एवं अभिलेखों के रख-रखाव को देखा। उन्होने कार्यरत सफाईकर्मियों की संख्या की जानकारी ली। कनिष्ठ लिपिक ने बताया कि 1423 के सापेक्ष 1370 का वेतन उपस्थिति के अनुसार माह जून का दिया गया है, अनुपस्थित 53 का वेतन रोक दिया गया है कि सूची उपलब्ध कराने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिये। जनवरी 2019 से अगस्त 2019 तक निलम्बन एवं बहाली की पत्रावली उपलब्ध कराने को कहा। 
उन्होने कहा कि जिन अधिकारियो की नाम पटिट्का व कार्यालय का नाम नही लिखा है वह तत्काल लिखवा लें। उन्होने कर्मचारियों की उपस्थिति पंजीका, भ्रमण रजिस्टर, आकस्मिक पंजीका ले ली गयी है, जॉचोपरान्त अनुपस्थित पाये जाने पर कार्यवाही की जायेगी। शौचालय नम्बर 07 व 08 में ताले लगे मिलने पर कडी फटकार लगाते हुए अपने सामने खुलवाया और मरम्मत कराने के निर्देश दिये। ओडीएफ वार रूम में जाकर जानकारी ली। जिसमें एलओबी के शौचालय निर्मित किये जा रहे है लाभार्थी का गुणवत्तापूर्ण फोटो न पाये जाने पर निर्देश दिये कि ब्लाक स्तर से गुणवत्तापूर्ण फोटो अपलोड करायें। शौचालय निर्माण हेतु दो चरणो में धनराशि भेजा गया है कि रिपोर्ट उपलब्ध कराये।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि कार्यालयों की साफ सफाई, प्रकाश व्यवस्था, आने वाली जनता के बैठने की व्यवस्था तथा शौचालय की साफ-सफाई कराये जिससे लोग इस्तेमाल कर सकें। विकास भवन परिसर में वाहन यूपी 71-6885 खडी है जिसे निष्प्रयोज्य कराने के निर्देश दिये और एआरटीओ को प्रेषित पत्र को भी उपलब्ध कराने के निर्देश दियें। इस अवसर पर अपर उप जिलाधिकारी प्रहलाद सिंह, जिला विकास अधिकारी रमेश चन्द्रा, मनोरंजन अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी मौजूद रहे। इसके उपरान्त जिलाधिकारी ने एस0सी0एस0टी0, ओ0बी0सी0 छात्रावास का निरीक्षण किया जिसमें छात्रावास में जल निगम द्वारा लगाया गया हैण्डपम्प मानक के अनुरूप न होने पर कडी नारजगी व्यक्त करते हुए जेई के वेतन रोकने के निर्देश दिये। अधीक्षिका शीला देवी से कमियों/समस्या की जानकारी ली गयी, के द्वारा बताया गया कि बाउन्ड्री और ऊॅची होनी चाहिये और कैम्पस में मिट्टी डलवायी जाय जिससे जल भराव न हों। यह भी बताया कि पानी की दो टंकिया 500 लीटर 5000 लीटर की रखी गयी है। छात्रावास में 48 छात्राओं के सापेक्ष 37 है। जिसमें अनु0 जाति की 31, पिछड़ी की 05, सामान्य 01 रह रही है। 
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि खिडकियों में टूटे हुए शीसो एवं महीन जाली को लगवाया जाय तथा जो भी बजट 05 छात्रावासों के अवंटित होता है। जिला समाज कल्याण अधिकारी मानक के अनुरूप अलग-अलग छात्रावासों के व्यय हेतु धनराशि आवंटित करें ताकि कमियों को दूर किया जा सकें। नेडा द्वारा लगाये गये यूआईडी नम्बर 2017 सोलर लाईट सही से न जलने पर तत्काल मरम्मत के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि जिला समाज कल्याण अधिकारी छात्रावासों का निरीक्षण करें और अपनी निरीक्षण आख्या स्पष्ट रूप से निरीक्षण पंजीका पर लगाये। मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि छात्रावासों में चिकित्सको की टीम लगायी जाय।


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