पौष्टिकता से भरे हैं “अनुपूरक पोषाहार”: जिला कार्यक्रम अधिकारी

बहराइच।


स्वस्थ रहने के लिए उचित मात्रा मे पोषण की आवश्यकता होती है। अनुपूरक पोषाहार बच्चों, किशोरियों और महिलाओं के पोषण स्तर मे सुधार कर उन्हे स्वस्थ रखने में मदद करता है। जीडी यादव जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया बच्चों, किशोरी बालिकाओं, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को कुपोषण से मुक्ति दिलाने हेतु समन्वित बाल विकास योजना के अंतर्गत अनुपूरक पोषाहार का वितरण किया जाता है। इस हेतु विभाग द्वारा लक्षित लाभार्थियों को उनके आयु के अनुसार “अनुपूरक पोषाहार” आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से उपलब्ध कराया जाता है। उन्होने बताया सभी लाभार्थियों को वर्ष मे 300 दिन तथा माह मे कम से कम 25 दिन का पोषाहार दिये जाने का प्रावधान है।
समेकित बाल विकास सेवा (आईसीडीएस) योजना का प्रारम्भ 2 अक्टूबर, 1975 को पूरे देश मे बच्चों के सर्वांगीण विकास एवं उनकी मूलभूत अवश्यकताओं की पूर्ति के लिए किया गया था। गर्भवर्ती धात्री माताओं एवं बच्चों को कुपोषण से बचाने तथा उनके समन्वित विकास के लिए भारत सरकार के सहयोग से यह परियोजना आरंभ की गयी थी। संतोष कश्यप जिला पोषण विशेषज्ञ के अनुसार वर्तमान मे जनपद बहराइच के सभी 14 ब्लाकों मे इस परियोजना के अंतर्गत 2487 आंगनवाड़ी केंद्र तथा 408 मिनी केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत टीकाकरण, अनुपूरक आहार, वृद्धि निगरानी, शालापूर्व शिक्षा, पोषण जांच एवं संदर्भन की सेवाएँ दी जाती हैं।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया वर्तमान मे 4 प्रकार के पोषाहार मीठा दलिया, नमकीन दलिया, विनिंग फूड और लड्डू प्रीमिक्स का वितरण जनपद के सभी ब्लाकों मे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से किया जा रहा है। जिसमे 6 माह से 03 वर्ष की आयु के बच्चों को मीठा दलिया 960 ग्राम, विनिंग फूड 1125 ग्राम, नमकीन दलिया 960 ग्राम तथा 3 वर्ष से 6 वर्ष के बच्चों को लड्डू प्रीमिक्स 450 ग्राम, मीठा दलिया 400 ग्राम, नमकीन दलिया 400 ग्राम प्रति माह प्रति लाभार्थी देय है। इसके साथ ही 3 वर्ष से 6 वर्ष के बच्चों को हॉट कुक्ड मील 25 दिन के लिए देने का प्रावधान किया गया है। गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के लिए लड्डू प्रीमिक्स 1350 ग्राम, मीठा दलिया 1200 ग्राम, नमकीन दलिया 1120 ग्राम तथा किशोरी बालिकाओं (11 से 14 वर्ष आयु की स्कूल न जाने वाली) को लड्डू प्रीमिक्स 1350 ग्राम , मीठा दलिया 1200 ग्राम, नमकीन दलिया 1120 ग्राम प्रति लाभार्थी प्रति माह दिया जा रहा है।
उन्होने बताया अनुपूरक पोषाहार सभी प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर है जो बच्चों, किशोरी बालिकाओं, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को स्वस्थ रखने मे मदद करता है। पोषाहार से विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा प्रत्येक माह आंगनवाड़ी केन्द्रों पर प्रदर्शन भी किया जाता है जिससे बच्चे पूरक आहार खाने मे रुचि ले सकें।


 


 


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