वरदान साबित होगी ‘‘कन्या सुमंगला योजना’’, आवेदन करें और बेटियों का भविष्य संवारें अभिभावक : डीएम

बेटी के जन्म से लेकर स्नातक होने तक छः चरणों में सरकार देगी 15 हजार की आर्थिक मदद
योजना के तहत अब तक आए मात्र साढ़े तीन सौ आवेदन
गोण्डा।


जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल ने कहा है कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रारम्भ की गई कन्या सुमंगला योजना बेटियों के लिए वरदान साबित होने वाली योजना है इसलिए अभिभावक बेटियों का भविष्य संवारने व सुरक्षित करने लिए सरकार द्वारा शुरू की कन्या सुमंगला योजना में आवेदन करें और योजना का लाभ जरूर उठाएं।
उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा बेटी के जन्म से लेकर स्नातक की पढ़ाई तक सरकार द्वारा छः चरणों में 15 हजार की धनराशि देने की व्यवस्था की गई है। इस योजना के तहत अब तक जिले में मात्र साढ़े तीन सौ आवेदन प्राप्त हुए हैं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग व शिक्षा विभाग के अधिकारियों को व्यक्तिगत रूचि लेकर अधिकाधिक आवेदन कराने व लाभान्वित कराने के निर्देश दिए हैं। लक्ष्य के सापेक्ष आवेदन न प्राप्त होने पर उन्होंने स्वास्थ्य विभाग व शिक्षा विभाग के अधिकारियों के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए अधिक से अधिक आवेदन कराने तथा जिला प्रोबेशन अधिकारी को योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार कराने के निर्देश दिए हैं।
जिला प्रोबेशन अधिकारी जयदीप सिंह ने बताया कि योजना का लाभ लेने के लिए आनलाइन व ऑफ लाइन आवेदन करना है। कन्या भू्रण हत्या, असमान लैंगिक अनुपात तथा बाल विवाह से मुक्ति के लिए ही बालिका को स्वावलम्बी बनाने और शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने में यह योजना अत्यन्त कारगर साबित होगी। उन्होंने बताया कि महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने एक अप्रैल 2019 से कन्या सुमंगला योजना की शुरूआत की है। इस योजना में बेटी के जन्म से उसकी परवरिश और शिक्षा ग्रहण करने तक का खर्चा सरकार उठाएगी। सरकार निर्धारित धनराशि बेटी के नाम से छः चरणों में एक मुश्त उपलब्ध कराएगी। एक ही परिवार की अधिकतम दो बेटियों के जन्म पर ही लाभ मिल सकेगा। समाज में भू्रण हत्या को खत्म करने के साथ ही बेटियों को अच्छी शिक्षा व स्वास्थ्य देने के लिए यह योजना बहुत की कारगर साबित होने जा रही है। योजना का लाभ एक अप्रैल 2019 से जन्म लेने वाली बेटियों को मिलेगा।
इन मानकों पर उतरना होगा खरा
योजना की पात्रता के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि लाभ लेने के लिए स्थायी निवास प्रमाणपत्र के साथ आधार के रूप में एक आईडी देनी होगी। लाभार्थी की वार्षिक आय तीन लाख रूपए तक होनी चाहिए। दो बच्चों से अधिक होने पर इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। खास बात यह है कि किसी महिला के दूसरे प्रसव से जुड़वा बच्चे होने पर तीसरे संतान के रूप में लड़की को भी लाभ मिल सकेगा। यही नहीं अगर पहले प्रसव से बालिका है तो दूसरे प्रसव से दो जुड़वा बेटियों के जन्म पर तीनों को लाभ दिए जाने का प्रावधान किया गया है।
छः चरणों में मिलेगें 15 हजार
पहले चरण में जन्म बेटी के जन्म पर दो हजार रूपए, दूसरे चरण में एक वर्ष तक पूर्ण टीकाकरण पर एक हजार, तीसरे चरण में कक्षा एक में प्रवेश पर दो हजार रूपए, चैथे चरण में कक्षा छः में बालिका के प्रवेश पर दो हजार रूपए, पांचवे चरण में कक्षा नौ में प्रवेश के बाद तीन हजार रूपए तथा छठें और अन्तिम चरण में 12वीं उत्तीर्ण कर स्नातक व दो वर्षीय डिप्लोमा में प्रवेश पर पांच हजार रूपए की धनराशि मिलेगी। उन्होंने बताया कि लाभार्थी को धनराशि उनके खातों में आनलाइन भेजी जाएगी। इसके लिए ऑनलाइन आवदेन वेबसाइट ूू.उोल.नच.हवअ.पद पर या जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय में आवेदन करना होगा। आवेदनकर्ता लोकवाणी केन्द्रों अथवा जनसेवा केन्द्रों के माध्यम से भी ऑनलाइन आवदेन कर सकते हैं।


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