अपराध समीक्षा बैठक में डीआईजी ने कसे अधीनस्थों के पेंच
थाने पहुॅचने वाले फरियादियों से पुलिस करे मित्रवत् व्यवहार: कवीन्द्र
फतेहपुर।
फतेहपुर।
जिले के नोडल अधिकारी/पुलिस उपमहानिरीक्षक प्रयागराज परिक्षेत्र प्रयागराज कवीन्द्र प्रताप सिंह ने जिले की पुलिसिंग व्यवस्था का जायजा लेते हुए मिली खामियों को तत्काल दुरूस्त करने की निर्देश दिये है। डीआईजी ने जहाॅ बारी-बारी से थानावार अपराधिक मामलों की विस्तार से जानकारी ली। वहीं अतिशीघ्र खुलासे के निर्देश सम्बन्धित थानाध्यक्षों को दिये। डीआईजी ने अपने भ्रमण के दौरान गाजीपुर समेत कई थाना व चैकियों का भी जायजा लिया और खामियाॅ पाये जाने पर जमकर फटकार भी लगायी। अपराधिक रिकार्ड सही तरह से मेनटेन न करने व आपराधिक वारदातों पर अंकुश न लगा पाने के चलते गाजीपुर थानाध्यक्ष संदीप तिवारी के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिये।
डीआईजी ने पत्रकारों से रूबरू होकर बताया कि जिले की पुलिसिंग व्यवस्था दुरूस्त करने के लिए निर्देश दिये गये है। उन्होने कहा कि हर हाल मंे कानून का राज स्थापित किया जाएगा। किसी भी कीमत पर अपराधियों को बख्शा नही जाएगा। उन्होने कहा कि महिला उत्पीड़न के मामलों में गंभीरता लाने के निर्देश दिये गये है। वहीं आगामी धनतेरस व दीपावली पर्व को सकुशल सम्पन्न कराने को लेकर भी दिशा निर्देश जारी किये गये है। उन्होने कहा कि अराजकतत्वों से पुलिस सख्ती से निपटेगी और किसी भी हालत में कानून व्यवस्था का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नही जाएगा।
मालूम हो कि शासन द्वारा प्रयागराज परिक्षेत्र के डीआईजी कवीन्द्र प्रताप सिंह को जिले का नोडल अधिकारी बनाया गया है। श्री सिंह इसके पूर्व फतेहपुर जिले के पुलिस अधीक्षक भी रह चुके है। जिसके चलते श्री सिंह यहाॅ की भौगोलिक स्थिति से बखूबी वाकिफ है। पुलिस लाइन के सभागार में डीआईजी श्री सिंह ने अपराध समीक्षा बैठक ली। उन्होने थानेवार अपराधिक वारदातों की जानकारी हासिल करने के साथ ही अंकुश लगाने के निर्देश दिये। श्री सिंह ने कहा कि किसी भी दशा में अपराधी को जेल की सलाखों के पीछे भेजा। उन्होने कहा कि पुलिस अपराधी को संरक्षण नही उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि अगर उनके संज्ञान में एक भी मामला ऐसा आता है जिसमें थानाध्यक्ष द्वारा लापरवाही बरती गयी है तो सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होने कहा कि थाने पहुॅचने वाले लोगो के साथ मधुर व्यवहार किया जाए। पीड़ित थाने में न्याय के लिए पहुॅचता, किन्तु लोगो की मानसिकता ऐसी बन चुकी है कि न्याय के लिए थाना जाने के पूर्व वह सौ बार सोचता है। उन्होने कहा कि ऐसा नही होना चाहिए। थानास्तर पर ही समस्याओं का निस्तारण किया जाए। उन्होने कहा कि थाने पहुॅचने वाले फरियादियों से प्रेम से पेश आया जाए, न कि उससे ऊल-जुलूल सवाल-जवाब कर परेशान किया जाए।
डीआईजी श्री सिंह ने कहा कि महिला उत्पीड़न के खिलाफ सख्त कदम उठाये जायें। पीड़िताओं का हर हाल में न्याय मुहैया कराया जाए। स्कूल के आसपास पिकेट ड्यूटी बढ़ाई जाये जिससे महिला विद्यालयों के आसपास घूमने वाले मनचलों पर लगाम लगायी जाए। उन्होने कहा कि अगर तनिक भी संदेह हो तो सम्बन्धित व्यक्ति को पकड़कर पूॅछतांछ की जाए और मामला सही पाये जाने पर कार्यवाही की जाए। उन्होने कहा कि इस बात का विशेष ख्याल रखा जाए कि किसी भी निर्दोष को परेशानी न हो। समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी संजीव सिंह, पुलिस अधीक्षक रमेश, अपर पुलिस अधीक्षक पूजा यादव, पुलिस उपाधीक्षक नगर समेत अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
डीआईजी ने पत्रकारों से रूबरू होकर बताया कि जिले की पुलिसिंग व्यवस्था दुरूस्त करने के लिए निर्देश दिये गये है। उन्होने कहा कि हर हाल मंे कानून का राज स्थापित किया जाएगा। किसी भी कीमत पर अपराधियों को बख्शा नही जाएगा। उन्होने कहा कि महिला उत्पीड़न के मामलों में गंभीरता लाने के निर्देश दिये गये है। वहीं आगामी धनतेरस व दीपावली पर्व को सकुशल सम्पन्न कराने को लेकर भी दिशा निर्देश जारी किये गये है। उन्होने कहा कि अराजकतत्वों से पुलिस सख्ती से निपटेगी और किसी भी हालत में कानून व्यवस्था का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नही जाएगा।
मालूम हो कि शासन द्वारा प्रयागराज परिक्षेत्र के डीआईजी कवीन्द्र प्रताप सिंह को जिले का नोडल अधिकारी बनाया गया है। श्री सिंह इसके पूर्व फतेहपुर जिले के पुलिस अधीक्षक भी रह चुके है। जिसके चलते श्री सिंह यहाॅ की भौगोलिक स्थिति से बखूबी वाकिफ है। पुलिस लाइन के सभागार में डीआईजी श्री सिंह ने अपराध समीक्षा बैठक ली। उन्होने थानेवार अपराधिक वारदातों की जानकारी हासिल करने के साथ ही अंकुश लगाने के निर्देश दिये। श्री सिंह ने कहा कि किसी भी दशा में अपराधी को जेल की सलाखों के पीछे भेजा। उन्होने कहा कि पुलिस अपराधी को संरक्षण नही उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि अगर उनके संज्ञान में एक भी मामला ऐसा आता है जिसमें थानाध्यक्ष द्वारा लापरवाही बरती गयी है तो सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होने कहा कि थाने पहुॅचने वाले लोगो के साथ मधुर व्यवहार किया जाए। पीड़ित थाने में न्याय के लिए पहुॅचता, किन्तु लोगो की मानसिकता ऐसी बन चुकी है कि न्याय के लिए थाना जाने के पूर्व वह सौ बार सोचता है। उन्होने कहा कि ऐसा नही होना चाहिए। थानास्तर पर ही समस्याओं का निस्तारण किया जाए। उन्होने कहा कि थाने पहुॅचने वाले फरियादियों से प्रेम से पेश आया जाए, न कि उससे ऊल-जुलूल सवाल-जवाब कर परेशान किया जाए।
डीआईजी श्री सिंह ने कहा कि महिला उत्पीड़न के खिलाफ सख्त कदम उठाये जायें। पीड़िताओं का हर हाल में न्याय मुहैया कराया जाए। स्कूल के आसपास पिकेट ड्यूटी बढ़ाई जाये जिससे महिला विद्यालयों के आसपास घूमने वाले मनचलों पर लगाम लगायी जाए। उन्होने कहा कि अगर तनिक भी संदेह हो तो सम्बन्धित व्यक्ति को पकड़कर पूॅछतांछ की जाए और मामला सही पाये जाने पर कार्यवाही की जाए। उन्होने कहा कि इस बात का विशेष ख्याल रखा जाए कि किसी भी निर्दोष को परेशानी न हो। समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी संजीव सिंह, पुलिस अधीक्षक रमेश, अपर पुलिस अधीक्षक पूजा यादव, पुलिस उपाधीक्षक नगर समेत अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।