चयनित सहायक अभियन्ताओं को जल शक्ति मंत्री ने सौंपे नियुक्ति एवं तैनाती पत्र
लखनऊ।
उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डा0 महेन्द्र सिंह ने लोक सेवा आयोग से चयनित 25 सहायक अभियन्ताओं को आयोग की मेरिट के आधार पर उनकी पसंद के जनपदों में नियुक्ति/तैनाती पत्र देते हुए कहा है कि इन्हें दशहरे के बाद प्रशिक्षण देकर तैनाती स्थलों के लिए रवाना किया जायेगा। उन्होंने अभियन्ताओं से अपेक्षा किया कि अपने दायित्वों का निर्वाह पूरी ईमानदारी एवं निष्ठा से सुनिश्चित करें और ऐसी कार्य संस्कृति विकसित करें, जो दूसरों के लिए अनुकरणीय हो।
डा0 महेन्द्र सिंह शुक्रवार को माल एवेन्यु स्थित जल निगम के गेस्टहाउस में नियुक्ति/तैनाती पत्र सौंपने के उपरान्त अभियन्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ट्रांसफर और पोस्टिंग को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं की जाती हैं, लेकिन उनके अधीन विभागों में नियुक्ति एवं स्थानान्तरण मेरिट और परफार्मेंस के आधार पर किये जाते हैं। लघु सिंचाई विभाग में पहली बार पारदर्शिता बरतते हुए अभ्यर्थियों की पसन्द के आधार पर तैनाती दी जा रही है। उन्होंने कहा कि बाद में मा0 मुख्यमंत्री जी भी इन चयनित अभियन्ताओं को प्रमाण पत्र देगें।
जलशक्ति मंत्री ने कहा कि चयनित अभियन्ताओं से विभाग को बहुत अपेक्षाएं हैं। अब तक लघु सिंचाई विभाग में सीधी भर्ती से तैनाती नहीं हुई थी और पहली बार लोक सेवा आयोग से चयनित अभ्यर्थियों को इस विभाग में काम करने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी अभियन्ताओं को ज्वाइन करने के पश्चात बेहतर परफार्मेंस दिखाना होगा। उन्होंने कहा कि स्थानान्तरण भी परफार्में के आधार पर किये जायेंगे। इसके लिए किसी को किसी से मिलने की आवश्यकता नहीं है।
डा0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि वह मेरिट और उत्कृष्ट कार्य के आधार पर काम करने में विश्वास रखते हैं। इसके लिए कोई समझौता नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि उ0प्र0 को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी परिश्रम की पराकाष्ठा तक मेहनत कर रहे हैं। इसी तरह प्रधानमंत्री मोदी जी भी बिना अवकाश लिए देश की प्रतिष्ठा पूरी दुनिया में स्थापित करने के लिए लगे हुए हैं। इसका प्रमाण है कि संयुक्त राष्ट्रसंघ द्वारा निर्धारित सत्त विकास के 17 लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए विशेष सत्र बुलाकर लगभग 48 घण्टे चर्चा करके विकास योजनाओं की रूप रेखा तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि सदन में चर्चा के निष्कर्षों के आधार पर विकास कार्यों की कार्ययोजना बनाकर लागू किया जायेगा। इस विशेष सत्र की पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है।
डा0 सिंह ने कहा कि चयनित सभी अभियन्ता अपने दायित्वों को एक पवित्र उद्देश्य मान कर संकल्प के साथ पूरा करें और लघु सिंचाई विभाग को पूरे प्रदेश में नम्बर-1 बनाने के लिए पूरी ताकत से जुट जायं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सत्त विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अभियान चलायेगी। चयनित अधिकारी इस उद्देश्य को आगे बढ़ाते हुए सरकारी नीतियों एवं कार्यक्रमों को जरूरतमंदों तक पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास करें।
प्रमुख सचिव लघु सिंचाई एवं भूगर्भ जल श्रीमती अनीता सिंह ने कहा कि उ0प्र0 लोक सेवा आयोग द्वारा लघु सिंचाई विभाग के लिए 30 सहायक अभियन्ताओं का चयन किया गया है, जिसमें से आज 25 सहायक अभियन्ताओं को नियुक्ति/तैनाती पत्र सौंपे गये हैं। अनुपस्थित 05 अभ्यर्थियों की तैनाती बाद में की जायेगी। दशहरे के बाद इन अभियन्ताओं को प्रशिक्षित किया जायेगा। इसके पश्चात इन्हें फील्ड में भेजा जायेगा। इस अवसर पर लघु सिंचाई विभाग के मुख्य अभियन्ता श्री राजीव जैन समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।