कुशीनगर में गोरखपुर-नरकटियागंज रेल खंड पर चार घंटे बाधित रहा आवागमन
कुशीनगर।
जिले में गोरखपुर-नरकटियागंज रेलखंड के खड्डा-पनियहवा स्टेशन के बीच बुधवार को एक बार फिर ओएचई केबल पर पेड़ टूटकर गिर गया। इससे करीब चार घंटे तक इस रूट पर ट्रेनों का आवागमन बाधित रहा।
आनन्द विहार से कटिहार जा रही हमसफर एक्सप्रेस को बीच रास्ते से वापस खड्डा स्टेशन लौटना पड़ा। तो वहीं नरकटियागंज से गोरखपुर जा रही पैसेंजर ट्रेन को पनियहवा तथा गोरखपुर से नरकटियागंज जा रही सवारी गाड़ी को कप्तानगंज स्टेशन पर रोकना पड़ा। सीनियर सेक्शन इंजीनियर की टीम मौके पर पहुंचने के बाद ओएचई केबल पर गिरे पेड़ को हटाया गया। तब जाकर इस रुट पर ट्रेनों का संचलन शुरू हो सका।
बुधवार को आनन्द विहार से मुजफ्फरपुर जाने वाली 12558 सप्तक्रांति एक्सप्रेस ट्रेन के खड्डा स्टेशन से गुजरने के बाद जखनियां अहिरौली-नौका टोला के बीच अचानक एक बड़ा पेड़ उखड़कर ओएचई केबल पर गिर पड़ा। इसी दौरान रेलवे लाइन का निरीक्षण कर रहे की-मैन राकेश पासवान की नजर केबल पर पर गिरे पेड़ पर पड़ी। अभी वह कुछ सोचता कि इसी दौरान आनन्द विहार से कटिहार जा रही 15706 हमसफर एक्सप्रेस भी वहां पहुंच गई। ट्रेन को आता देख की-मैन के होश उड़ गए और वह फौरन लाल झंडा रेलवे ट्रैक पर लगा दिया। लाल झंडा देख चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लेते हुए ट्रेन को रोक दिया। की-मैन की सतर्कता के चलते एक बड़ा ट्रेन हादसा होते-होते बच गया। इसके बाद चालक ने गार्ड को इसकी जानकारी दी। जहां गार्ड ने खड्डा स्टेशन अधीक्षक से बात कर ट्रेन को वापस खड्डा स्टेशन लाया। वहीं ओएचई केबल पर पेड़ गिरने से यह रुट पूरी तरह बाधित हो गया। इसके चलते गोरखपुर से नरकटियागंज जा रही 55072 पैसेंजर ट्रेन करीब एक घंटे कप्तानगंज स्टेशन पर तथा नरकटियागंज से गोरखपुर जा रही 55076 सवारी गाड़ी पनियहवा में करीब डे़ढ घंटे खड़ी रही।
इसकी सूचना मिलते कप्तानगंज सीनियर सेक्शन इंजीनियर विभव त्रिपाठी, पीडब्ल्यूआई एमएम अंसारी, पीआरडी टायर बैगन के राजेश मीणा, अनूप शर्मा, छोटेलाल, चंदन, अखलाक, संदीप कुशवाहा मौके पर पहुंच गए और ओएचई केबल की लाइन काट तार पर गिरे पेड़ को हटवाया। तब जाकर इस रुट पर ट्रेनों का संचलन शुरू हो सका।
खड्डा स्टेशन अधीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि खड्डा-पनियहवा के बीच स्थित जखनिया गांव के आगे ओएचई केबल पर पेड़ गिरने से रुट पर करीब चार घंटे तक ट्रेनों का संचलन बाधित रहा। तार से पेड़ हटने के बाद ट्रेनों का आवागमन बहाल हो गया है।