लेखन संबधित कार्य करने वालो के भगवान थे चित्रगुप्त
कुशीनगर।
जिले में मंगलवार को यम द्वितीया के दिन चित्रांश समाज के लोग अपने घर भगवान श्री चित्रगुप्त और कलम-दावात की विधिवत पूजा-अर्चना करने के बाद चित्रगुप्त मंदिर पहुंचे। यहां मंदिर के पीठाधीश्वर श्री अजयदास महाराज ने चित्रगुप्त वंशजो को भगवान श्री चित्रगुप्त के प्रतिमा का वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजन-अर्चन कराया। पूजा-अर्चना के बाद चित्रांश समाज द्वारा सामूहिक रूप से कलम-दावात की पूजा की गयी। जिसके तहत सभी ने पहले से वितरित भगवान श्री चित्रगुप्तजी महाराज के चित्र से युक्त पृष्ठ पर विभिन्न देवी-देवताओं एवं श्री चित्रगुप्त महाराज के अनेक नामों को अंकित कर लिखित नमन किया। पूजा का शुभारम्भ श्री चित्रगुप्त मंदिर समिति के अध्यक्ष नरेन्द्र वर्मा व पूर्व अध्यक्ष सुरेश लाल श्रीवास्तव ने किया। इसके बाद सभी चित्रगुप्त वंशजों ने लिखित पत्रों को भगवान श्री चित्रगुप्त की प्रतिमा के समक्ष अर्पित किया। तत्पश्चात भक्तिपूर्ण वातावरण मे सामूहिक हवन और महाआरती कर पूजन की पूर्णाहुति की गयी।
मंदिर के पीठाधीश्वर अजयदास महाराज भगवान श्रीचित्रगुप्त की उत्पत्ति पर प्रकाश डालते हुए कहा लेखन संबधित कार्य करने वालो के अलावा अकाल मृत्यु से बचने के लिए भगवान श्री चित्रगुप्त की पूजा हर वर्ग के लोगो को करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी त्यौहार सभी के लिए विशेष महत्व रखता है लेकिन विभिन्नता में एकता के प्रतीक इस भारत देश में कोई पर्व किसी एक वर्ग के लिए नही बल्कि सभी के लिए महत्वपूर्ण है।
इस अवसर पर श्री चित्रगुप्त मंदिर समिति के अध्यक्ष नरेन्द्र वर्मा, महासचिव संजय चाणक्य, सतीश श्रीवास्तव, विन्धवासनी श्रीवास्तव, नपा अध्यक्ष विनय जायसवाल, युवा कांग्रेस नेता मंटू जायसवाल, हरेन्द्र वर्मा, संजय श्रीवास्तव, हेमन्त लाल श्रीवास्तव, सुनील श्रीवास्तव, राजन श्रीवास्तव, हिमांशु श्रीवास्तव, दिनेश श्रीवास्तव, दलीप श्रीवास्तव, उपस्थित रहे।