सपा ने राज्य सरकार के विरोध में निकाला कैण्डिल मार्च
आजमगढ़।
समाजवादी पार्टी की जिला इकाई ने बुद्धवार को तमाम विषयों पर सरकार को चेताने के लिए प्रदेश की योगी सरकार के विरोध में कैण्डिल मार्च निकाला। पार्टी के निवर्तमान जिलाध्यक्ष हवलदार यादव का कहना है कि जनपद व प्रदेश में बढ़ते अपराध निर्दोष लोगों की हत्या, लूट, पुलिस की संलिप्तता के कारण आपराधिक घटना व जनता को न्याय देने के बजाय धन उगाही से जनता त्रस्त हो चुकी है। लोगों में भय का वातावरण व्याप्त हो गया है। कोई सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है। थाना-कप्तानगंज के अन्तर्गत रमेश यादव की लूट, हत्या में पुलिस की साजिश की बू आ रही है। जनपद में अपराधी बेखौफ अपराध कर रहे हैं। कहीं न कहीं भाजपा नेताओं का संरक्षण मिल रहा है। जनपद में अपराध की बाढ़ आ गयी है। सरकार की तरफ से रिपोर्ट लिखने के लिए मना कर दिया गया है।
प्रदेश में आपराधिक घटनाओं में निर्दोष स्व0कमलेश तिवारी की मॉ द्वारा बार-बार यह कहा जाना कि उनके बेटे की हत्या सरकार के इशारे पर अपराधियों द्वारा की गयी लेकिन उसको तोड़ मरोड़कर पेश किया जा रहा है।
झॉसी में योगी के मनबढ़ इन्सपेक्टर ने निर्दोष पुष्पेन्द्र यादव का फेक एनकाउन्टर किया। उनके परिवार के लोगों को धमकी दी जा रही है। बदायूॅ में ब्रजपाल मौर्य, प्रयागराज में सुशील पटेल व अन्य जनपदों में पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यकों की जाति की हत्या से साबित हो रहा है कि योगी सरकार अपराध रोकने में असफल हो गये हैं।
सुप्रीमो कोर्ट ने 22 अक्टूबर को पुनः यह कहा कि प्रदेश कानून व्यवस्था ध्वस्त है।
कैण्डिल मार्च में निवर्तमान जिलाध्यक्ष हवलदार यादव, विधायक नफीस अहमद, डा0 रामदुलार राजभर, डा0 हरिराम सिंह यादव, हरिश्चन्द्र यादव, हंसराज यादव, शोभनाथ यादव, अशोक यादव, जोरार खान, मेराज अहमद, कमलेश, प्रेमा यादव, बबिता चौहान, सना परवीन, किरन श्रीवास्तव, गुड्डी देवी, जिला पंचायत सदस्य रामानुज सिंह, महेन्द्र यादव, तेजबहादुर यादव, राजेश यादव, शिवसागर यादव, रामप्रवेश यादव, छात्रनेता संतोष यादव, रिंकू यादव, दुर्गेश यादव, पवन, अशोक यादव, अविनाश, रणजीत राजभर, लालमनि राजभर, अजीत कुमार राव, वेदप्रकाश यादव, उमेश यादव, सुरेन्द्र, ओमप्रकाश, मनोज उपस्थित थे।
प्रदेश में आपराधिक घटनाओं में निर्दोष स्व0कमलेश तिवारी की मॉ द्वारा बार-बार यह कहा जाना कि उनके बेटे की हत्या सरकार के इशारे पर अपराधियों द्वारा की गयी लेकिन उसको तोड़ मरोड़कर पेश किया जा रहा है।
झॉसी में योगी के मनबढ़ इन्सपेक्टर ने निर्दोष पुष्पेन्द्र यादव का फेक एनकाउन्टर किया। उनके परिवार के लोगों को धमकी दी जा रही है। बदायूॅ में ब्रजपाल मौर्य, प्रयागराज में सुशील पटेल व अन्य जनपदों में पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यकों की जाति की हत्या से साबित हो रहा है कि योगी सरकार अपराध रोकने में असफल हो गये हैं।
सुप्रीमो कोर्ट ने 22 अक्टूबर को पुनः यह कहा कि प्रदेश कानून व्यवस्था ध्वस्त है।
कैण्डिल मार्च में निवर्तमान जिलाध्यक्ष हवलदार यादव, विधायक नफीस अहमद, डा0 रामदुलार राजभर, डा0 हरिराम सिंह यादव, हरिश्चन्द्र यादव, हंसराज यादव, शोभनाथ यादव, अशोक यादव, जोरार खान, मेराज अहमद, कमलेश, प्रेमा यादव, बबिता चौहान, सना परवीन, किरन श्रीवास्तव, गुड्डी देवी, जिला पंचायत सदस्य रामानुज सिंह, महेन्द्र यादव, तेजबहादुर यादव, राजेश यादव, शिवसागर यादव, रामप्रवेश यादव, छात्रनेता संतोष यादव, रिंकू यादव, दुर्गेश यादव, पवन, अशोक यादव, अविनाश, रणजीत राजभर, लालमनि राजभर, अजीत कुमार राव, वेदप्रकाश यादव, उमेश यादव, सुरेन्द्र, ओमप्रकाश, मनोज उपस्थित थे।