उत्तर प्रदेश में जिओ पोर्टल से विकास कार्यो में आएगी तेजी
लखनऊ।
उत्तर प्रदेश में विकास कार्यों में अब देरी नहीं होगी। विकास कार्यों को रफ्तार देने और उनकी सही समय पर देख-रेख के लिए उत्तर प्रदेश जीओ पोर्टल बनाया जा रहा है। इस पोर्टल पर 86 विभागों के एकीकृत डेटा उपलब्ध होंगे। जिओ पोर्टल बनने से प्रदेश के मैप पर विभाग द्वारा किए जा रहे सभी कार्यों की पूरी जानकारी उसके लोकेशन के साथ उपलब्ध रहेगी। यह पोर्टल भारत सरकार के नीति आयोग के निर्देश के बाद तैयार हो रहा है। प्रदेश में रिमोट सेंसिंग विभाग के वैज्ञानिकों ने इस पर कार्य करना शुरू कर दिया है। इसके लिए प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के बीच द्विवर्षीय अनुबंध हो चुका है।
विभागीय अधिकारी ने बताया कि यह योजना मुख्यमंत्री की सबसे महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है, जिसकी प्रगति रिपोर्ट वह हर माह लेते हैं। इस पोर्टल पर जनता की अधिक उपलब्धता मिलने के बाद आम आदमी यह जान सकेगा कि उसके गांव या क्षेत्र में सरकार के कौन से विभाग क्या कार्य कर रहे हैं, क्या करने वाले हैं और क्या व्यवस्थाएं हैं। योजनाओं को पूरा होने में समय कितना लगेगा। अभी तक विभागों के पोर्टल पर सभी सूचनाएं एवं जानकारियां टेक्स्ट और फोटो के फॉर्मेट में हम देख पाते हैं। जिओ पोर्टल के बन जाने से सभी कायरें की लोकेशन के साथ पूरी जानकारी मिलेगी। इस पोर्टल के माध्यम से प्रदेश के सभी विभागों की परियोजनाओं के नियोजन, मूल्यांकन, और अनुश्रवण को जी़ आई़ एस़ आधारित प्रणाली के जरिए किया जा सकेगा। अधिकारी ने बताया कि पोर्टल में तीन स्तर पर देखरेख हो सकेगी। प्रथम स्तर पर मुख्यमंत्री किसी भी विभाग के पोर्टल को खोल सकेंगे और उस विभाग के कार्यो की पूरी जानकारी ले सकेंगे। दूसरे स्तर पर विभाग के कर्मचारियों का प्रयोग कर सकते हैं। विभागीय कर्मचारी अपने विभागों का पूरा क्रियाकलाप देख सकेगें। तीसरे स्तर पर जनता के प्रयोग के लिए अभी शासन द्वारा निर्धारित किया जाना है।