विधान सभा : मुख्यमंत्री ने कहा - विपक्ष का रवैया दुर्योंधन जैसा
लखनऊ।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा के विशेष सत्र की कार्यवाही का बहिष्कार करने पर विपक्षी दलों सपा, बसपा व कांग्रेस पर सदन के अंदर जोरदार हमला बोला। मुख्यमंत्री ने उनके रवैये की तुलना महाभारत के पात्र दुर्योंधन से की और कहा कि दुर्योधन धर्म व अधर्म के मर्म को समझता था। लेकिन उसकी मजबूरी थी कि धर्म की प्रवृत्ति को स्वीकार नहीं कर सकता था और अधर्म की प्रवृत्ति से मुक्त नहीं हो सकता था। योगी ने कहा कि विपक्ष ने दुर्योधन के इन वचनों को साबित कर दिया है।
नेता सदन योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिन्होंने 14-15 वर्ष जंगलराज, अराजकता पैदा की, गरीबों के हकों पर डाका डाला, उन्हें 23 करोड़ लोगों के हितों पर चर्चा कैसे अच्छी लग सकती है। वे गरीबों के हित और उनके विकास में बाधक हैं। उन्हें लगता है कि विकास से जातिवाद खत्म हो सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी दल समझते हैं कि सदन में चर्चा होगी तो उनकी सच्चाई सामने आ जाएगी। सच का सामना नहीं कर सकते, इसलिए वादा करके भी विपक्षी दल सदन का हिस्सा नहीं बने। गरीबों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने से विपक्ष तिलमिला रहा है। उसे यह व्यक्तिगत हितों पर कुठाराघात लग रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव ने साबित कर दिया कि लोग अब जातिवाद के नाम पर वोट नहीं डालते। जनता उन्हें सबक सिखाएगी।
योगी ने कहा कि जिस कांग्रेस ने गांधी के नाम पर सत्ता हथियाई, वह भी सदन का बहिष्कार कर रहे हैं। गांधी का इससे बड़ा अपमान क्या होगा? गांधीजी की तरह हम स्वदेशी की बात करते हैं तो कांग्रेस विदेशी की। हम राष्ट्रवाद की बात करते हैं तो कांग्रेस आतंकवाद की। हम स्वावलंबन की बात करते हैं तो कांग्रेस परावलंबन की बात करती है।
सीएम योगी ने कहा कि गांधी की आत्मा और दर्शन को सर्वाधिक क्षति कांग्रेस ने पहुंचाई है। बापू दूरदर्शी थे, उन्हें पता था कि कांग्रेस में ऐसा नेतृत्व आएगा जो उनके विचारों की हत्या करेगा। इसलिए उन्होंने कहा था कि कांग्रेस का विसर्जन कर देना चाहिए। बापू का यह काम जनता ने करना शुरू कर दिया है।
योगी ने कहा कि गांधी इस युग के महानायक हैं। उन्होंने सादगी, स्वच्छता, ग्राम स्वराज और स्वावलंबन से आजादी की लड़ाई में जान फूंकी। वहीं, दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का कालखंड भले ही छोटा रहा हो, लेकिन वे गांधीवादी मूल्यों के लिए समर्पित प्रेरणापुंज थे। उन्होंने कहा कि अनाज के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए शास्त्री हमेशा याद किए जाएंगे।
नेता सदन योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिन्होंने 14-15 वर्ष जंगलराज, अराजकता पैदा की, गरीबों के हकों पर डाका डाला, उन्हें 23 करोड़ लोगों के हितों पर चर्चा कैसे अच्छी लग सकती है। वे गरीबों के हित और उनके विकास में बाधक हैं। उन्हें लगता है कि विकास से जातिवाद खत्म हो सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी दल समझते हैं कि सदन में चर्चा होगी तो उनकी सच्चाई सामने आ जाएगी। सच का सामना नहीं कर सकते, इसलिए वादा करके भी विपक्षी दल सदन का हिस्सा नहीं बने। गरीबों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने से विपक्ष तिलमिला रहा है। उसे यह व्यक्तिगत हितों पर कुठाराघात लग रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव ने साबित कर दिया कि लोग अब जातिवाद के नाम पर वोट नहीं डालते। जनता उन्हें सबक सिखाएगी।
योगी ने कहा कि जिस कांग्रेस ने गांधी के नाम पर सत्ता हथियाई, वह भी सदन का बहिष्कार कर रहे हैं। गांधी का इससे बड़ा अपमान क्या होगा? गांधीजी की तरह हम स्वदेशी की बात करते हैं तो कांग्रेस विदेशी की। हम राष्ट्रवाद की बात करते हैं तो कांग्रेस आतंकवाद की। हम स्वावलंबन की बात करते हैं तो कांग्रेस परावलंबन की बात करती है।
सीएम योगी ने कहा कि गांधी की आत्मा और दर्शन को सर्वाधिक क्षति कांग्रेस ने पहुंचाई है। बापू दूरदर्शी थे, उन्हें पता था कि कांग्रेस में ऐसा नेतृत्व आएगा जो उनके विचारों की हत्या करेगा। इसलिए उन्होंने कहा था कि कांग्रेस का विसर्जन कर देना चाहिए। बापू का यह काम जनता ने करना शुरू कर दिया है।
योगी ने कहा कि गांधी इस युग के महानायक हैं। उन्होंने सादगी, स्वच्छता, ग्राम स्वराज और स्वावलंबन से आजादी की लड़ाई में जान फूंकी। वहीं, दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का कालखंड भले ही छोटा रहा हो, लेकिन वे गांधीवादी मूल्यों के लिए समर्पित प्रेरणापुंज थे। उन्होंने कहा कि अनाज के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए शास्त्री हमेशा याद किए जाएंगे।