किन्नौर में बर्फ में दबे सेना के छह जवान


मौसम की मार
नामज्ञा गांव में हिम-स्खलन की चपेट में आए एक जवान का शव बरामद
रिकांगपिओ,शिमला – भारत-चीन सीमा के निकट जिला किन्नौर के नामज्ञा डोगरी में बुधवार को हिम-स्खलन की चपेट में आने से सेना के छह जवान बर्फ में दब गए। इस हादसे में जैक रायफल के एक जवान की मौत हो गई है, जबकि पांच सैनिक लापता हैं। इसके अलावा आईटीबीपी के चार जवानों को गंभीर चोटें आई हैं। शहीद हुए जवान की पहचान बिलासपुर की पंचायत घराण के राकेश कुमार के रूप में हुई है। बता दें कि नामज्ञा चीन सीमा के साथ लगता किन्नौर का अंतिम गांव है, जहां भारतीय सेना के 7जेके रायफल्स व आईटीबीपी 17वीं वाहनी के कैंप स्थित हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार अत्यधिक ठंड के कारण पानी की पाइपें जमने से सेना के जवानों को पेयजल के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। इसी के चलते जवान साथ लगते नाले में पानी की पाइप ठीक करने गए थे, तभी अचानक पहाडि़यों पर से तेज रफ्तार से हिम-स्खलन होने से जवान इसकी चपेट में आ गए। इस घटना में आर्मी के छह जवान दब गए, जबकि आईटीबीपी के चार जवानों को भी गंभीर चोटें आई हैं। बताया जाता है कि इस घटना को आईटीबीपी व आर्मी के जवानों ने अपने कैंप से भी देखा। आर्मी व आईटीबीपी के जवानों ने साथी जवानों को आवाजें भी दीं, लेकिन जब तक कोई कुछ समझ पाता, छह जवान बर्फ की चपेट में आ चुके थे। खबर लिखे जाने तक जैक रायफल के एक जवान का शव निकाला जा चुका था, जबकि अन्य पांच जवानों का कोई सुराग नहीं मिल पाया था। आर्मी की ओर से रेस्क्यू आपरेशन जारी था। प्राप्त जानकारी के मुताबिक आर्मी ने जिला प्रशासन किन्नौर को इस संदर्भ में सूचित किया। आर्मी ने रेस्क्यू आपरेशन खुद अपने स्तर पर करने को कहा। सेना ने कहा कि आखिरी जवान मिलने तक सेना तलाश जारी रखेगी। बताया गया कि जिस जवान की मौत हुई है, उसकी पुष्टि भी आर्मी ने राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के समक्ष कर दी है। प्रदेश में बुधवार देर शाम से एक बार फिर मौसम ने करवट बदली है, जिसके चलते आर्मी को रेस्क्यू आपरेशन करने में भी दिक्कतें आ रही हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक बुधवार को भी जिला किन्नौर सहित प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात हुआ। शाम पांच बजे के बाद इन क्षेत्रों में हिमपात शुरू हुआ और मैदानों में जमकर बारिश हुई है। उधर, एसपी किन्नौर साक्षी वर्मा ने बताया कि आर्मी के छह जवानों के दबने की सूचना मिली है जिसमें एक जवान शहीद हुआ है और शहीद जवान को पूह पोस्टमार्टम के लिए लाया गया है। अभी रेस्क्यू टीम मौके पर जवानों को ढूंढ रही हैं। उधर, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने किन्नौर जिला के नामज्ञा डोगरी में हिम-स्खलन की चपेट में आने से एक सेना के जवान की मौत पर शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार सेना के जवानों को तीव्र राहत व पुनर्स्थापन कार्य के लिए हर संभव सहायता उपलब्ध करवाएगी। उन्होंने कहा कि उपायुक्त किन्नौर को सेना तथा आईटीबीपी प्रशासन के साथ निरतंर संपर्क में रहने के निर्देश दिए गए हैं।


प्रदेश में अभी 225 सड़कें बंद


प्रदेश में खराब मौसम और बारिश के चलते अब भी 225 सड़कें बंद पड़ी हैं। हालांकि मंगलवार तक 397 सड़कें बंद थी, जिनमें से बुधवार को 172 सड़कें यातायात के लिए बहाल कर दी गई। फिलहाल शिमला जोन की 105, मंडी जोन की 62, कांगड़ा जोन की 54 और चार एनएच बंद हैं। जिला किन्नौर और रामपुर के लिए बुधवार को भी वाया मशोबरा से होकर बसें चलाई गईं, जबकि ऊपरी शिमला शेष विश्व से कटा रहा।


आज भी भारी बर्फबारी की चेतावनी


प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में गुरुवार को भी भारी बर्फबारी की चेतावनी जारी की गई है, जबकि मैदानों में भारी बारिश होगी। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश में आगामी 26 फरवरी तक मौसम खराब रहेगा। इस दौरान ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश का दौर जारी रहेगा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डा. मनमोहन सिंह ने बताया कि इस महीने के अंत तक मौसम ऐसा ही खराब रहेगा।


Popular posts from this blog

भारत विदेश नीति के कारण वैश्विक शक्ति बनेगा।

स्वरोजगारपरक योजनाओं के अंतर्गत ऑनलाइन ऋण वितरण मेले का किया गया आयोजन

बांसडीह में जाति प्रमाण पत्र बनाने को लेकर दर्जनों लोगों ने एसडीएम को सौपा ज्ञापन