कृषक सम्मान निधि योजना ने तहसील में बढ़ाई गहमागहमी

 पात्र कृषकों की सूची बनाने में जुटा प्रशासन
उरई।


प्रधानमंत्री कृषक सम्मान निधि योजना की पहली किस्त की धनराशि का लाभ दिलाए जाने के लिए तहसील कार्यालय में तेजी से कार्य जारी है। एसडीएम ने आवश्यकता पडने पर रात में भी तहसील कार्यालय खोलकर कार्य करने के निर्देश अधीनस्थों को दिए हैं ताकि किसानों को समय से इस योजना का लाभ मिल सके।1 फरवरी को जारी हुए बजट में लघु एवं सीमांत कृषकों की आय बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरूआत की गई है जिसमें लघु एवं सीमांत कृषकों को प्रतिवर्ष छह हजार रुपए की धनराशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से उनके खातों में पहुंचाई जानी है। यह धनराशि किसानों को दो-दो हजार रुपए की तीन किस्तों में चार माह के अंतराल में उनके खातों में पहुंचाई जाएगी जिसकी 1 दिसंबर 2018 से 31 मार्च 2019 की पहली किस्त की धनराशि दो हजार रुपए किसानों के खातों में पहुंचाई जानी है। इसके लिए लघु एवं सीमांत कृषकों का नाम, पता, बैंक खाता नंबर एवं आधार कार्ड नंबर, मोबाइल नंबर आदि एकत्रित किया जाना है जिसमें तहसील क्षेत्र के 220 गांवों में 180 गांव ऐसे हैं जो राजस्व ग्राम हैं। इसके अलावा 40 गांव गैर आबाद की श्रेणी में हैं। इन राजस्व गांवों में अभी तक 152 गांवों के 16 हजार 204 कृषकों का सत्यापन हो चुका है। इनमें से 9018 किसान पात्रता की श्रेणी में पाए गए। शेष 7186 किसान अपात्र पाए गए। सभी पात्र किसानों का डाटा अपलोड किया जा रहा है। एसडीएम भैरपाल सिंह ने बताया कि सभी पात्र किसानों को इस योजना का लाभ समय से मिल सके इसके लिए तहसील कार्यालय में युद्ध स्तर से कार्य किया जा रहा है। सभी पात्र किसानों का डाटा अपलोड कराया जा रहा है। यदि आवश्यकता पड़ी तो सभी कर्मचारियों को रात में भी काम करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप समय से कार्य पूरा कर लिया जाएगा।


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