मौसम का बदलाव हाथों पैरों का बचाव

मौसम में काफी बदलाव आ चुका है। सुबह-शाम हल्की ठंडी हवाओं के साथ ही हाथों-पैरों में भी सिकुड़न शुरू हो गई है। कई बार ऐसा होता है कि चेहरा तो देखने में बहुत खूबसूरत लगता है, लेकिन हाथों और पैरों को छुपाने में ही भलाई लगती है। इसका कारण यह है कि हम चेहरे की त्वचा पर तो तरह-तरह की क्रीम व लोशन लगाते रहते हैं, लेकिन हाथों-पैरों का विशेष ख्याल नहीं रखते। ऐसे में त्वचा रूखी होकर फटने लग जाती है तथा कई बार तो त्वचा में से खून भी आ जाता है। हाथों और पैरों की त्वचा को ऐसी स्थिति से बचाने के लिए थोड़ा सा ख्याल रखा जाए, तो न सिर्फ ऐसी स्थिति से बचा जा सकता है, बल्कि हाथ और पैर खूबसूरत भी हो जाते हैं। हाथों-पैरों का ध्यान रखने के टिप्स। रोजाना नहाने व रात को सोने से पहले हाथों और पैरों की त्वचा पर बादाम तेल से मसाज करें। अगर त्वचा का रंग काला पड़ गया है, तो इसके लिए बादाम तेल में नारियल तेल, नींबू का रस तथा थोड़ा सा खीरे का रस मिलाकर मालिश करने से त्वचा पर निखार आ जाता है। ताजा मलाई में बदाम तेल, अंडा तथा शहद मिलाकर पैक लगाने से भी त्वचा का रूखापन दूर होता है।


नहाते समय नहाने के पानी में मिल्क पाउडर, चंदन पाउडर, रोज का एसेंशियल ऑयल अथवा चंदन का एसेंशियल ऑयल मिलाकर स्नान करने से त्वचा में चमक आ जाती है। इस तरह के स्नान से त्वचा में चमक आने के साथ-साथ पूरे शरीर को भी काफी आराम पहुंचता है। त्वचा की टैनिंग कम करने के लिए ओटमील में आलू का रस, नींबू के रस की कुछ बूंदे तथा मिल्क पाउडर मिलाकर पैक बनाकर लगाया जा सकता है। इन उपायों के अलावा महीने में एक या दो बार मेनीक्योर व पेडीक्योर करवाना आवश्यक है। अंडे के सफेद भाग को निकालकर फ्रीजर में रख दें। प्रयोग में लाते समय इसमें शहद मिलाकर इसका पैक बनाकर लगाएं। यह पैक एंटी रिंकल होता है तथा त्वचा से झुर्रियों को हटाता है। हाथों और पैरों की त्वचा को भी स्क्रब करें। इसके लिए घरेलू स्क्रब बना कर लगाया जा सकता है। इसके लिए बादाम पाउडर, मिल्क पाउडर, ओटमील, मुल्तानी मिट्टी तथा चावल के आटे को बराबर मात्रा में मिलाकर नहाने से पहले मालिश करें। इससे त्वचा की मृत कोशिकाएं हट जाएंगी तथा त्वचा में नई कांति आ जाएगी। ऐसा हफ्ते में एक या दो बार करें।


फटी एडि़यों से बचाव


अपने पैरों में जरूरी नमी बनाए रखें। एक अच्छा म्वाइस्चराइजर लगाने के बाद सूती मोजे पहनें। इससे पैरों में जरूरी नमी बरकरार रहती है। आप चाहें तो वनस्पति तेल भी लगा सकती हैं। आरामदेह जूते पहनें। आपके जूते न तो अधिक टाइट होने चाहिए और न ही बहुत अधिक ढीले। सख्त जूते आपके पैरों के दर्द को बढ़ा सकते हैं।


पैरों को साफ करने के लिए एंटी सेप्टिक युक्त साबुन का इस्तेमाल करें। इससे आपके पैरों की सूखी त्वचा को तो आराम मिलेगा ही साथ ही कीटाणुओं से भी पैरों की रक्षा होगी।


त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने के लिए प्यूमिक स्टोन का प्रयोग करें। यह ऐसी सख्त त्वचा को हटाने का काम करता है जो बाद में टूट सकती है। इसे इस्तेमाल करते हुए इस बात का ध्यान रखें कि आप इतनी जोर से न रगड़ें कि दर्द होने लग जाए।


पैरों पर कटा नीबू रगड़ने से वे नरम बने रहते हैं। हफ्ते में कम से कम एक बार अपने पैरों को नींबू से साफ करें। आप अपने पैरों को गर्म पानी के टब में भी डुबो सकते हैं, जिसमें की 1 कप एप्सम नमक मिला हुआ हो। अपने पैरों को गीला न रखें। पैरों को अच्छी तरह सुखाने के बाद उन पर कुछ लोशन लगाएं। जिससे आपके पैर मुलायम बने रहें।


अपनी सूखी त्वचा को कैंची से काटने को कोशिश न करें। इससे आसपास की त्वचा भी निकल सकती है। ऐसा करना कई बार काफी तकलीफदेह भी होता है और साथ ही इससे त्वचा में संक्रमण होने का खतरा भी होता है। रोजाना कम से कम आठ से दस गिलास पानी पिएं। इसके साथ ही कैफीन और एल्कोहल से भी परहेज करें, क्योंकि इनका अधिक सेवन शरीर में जल की मात्रा को कम कर देता है। रात को सोने से पहले अपने पैरों को अच्छी तरह साफ करें और पैरों पर क्रीम या पेट्रोलियम जेली लगा लें।


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