पुलवामा के शहीदों को दी जा रही अंतिम विदाई, नीतीश ने 'बिहार के लाल' को दी श्रद्धांजलि


पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए रोहिताश लांबा के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव गोबिंदपुरा बासडी गांव लाया गया. जहां उनको आखिरी विदाई दी जाएगी. लांबा के पार्थिव देह को सेना की गाड़ी में बड़े सम्‍मान के साथ तिरंगे में लिपटाकर ले जाया गया. जब उनका पार्थिव देह उनके गांव पहुंचा तो चारों ओर शोह की लहर थी, लोग लांबा अमर रहे के नारे लगा रहे थे. शहीद जवान को आखिरी बार देखने के लिए भिड़ उमड़ पड़ी.
* दो दिन पहले ही छुट्टी बिताकर लौटे थे रोहिताश
पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए रोहिताश लांबा दो दिन पहले ही घर से ड्यूटी पर गए थे। जयपुर के पास शाहपुरा के गोबिंदपुरा बासडी गांव के रोहिताश की पत्नी को जैसे ही इस घटना की सूचना मिली वह बेहोश हो गयीं और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
रोहिताश का विवाह 2017 में हुआ था और उनके एक महीने का दूध पीता बच्चा है. वह 2013 में सीआरपीएफ में नियुक्त हुए थे. पिछले दिनों छुट्टी
राजस्थान सरकार ने पुलवामा में शहीद हुए राज्य के जवान की पत्नी को 25 लाख रुपये नकद व एक एक परिजन को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है. राज्य के सैनिक कल्याण मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने शुक्रवार को यह घोषणा की. इस आतंकी हमले में राज्य के पांच जवान शहीद हुए हैं.
एक सरकारी बयान के अनुसार इन घोषणाओं के तहत शहीद की पत्नी को एक लाख रुपये तथा 25 बीघा भूमि या एक लाख रुपये तथा हाउसिंग बोर्ड का एमआईजी मकान या पच्चीस लाख रुपये नकद दिए जाएंगे.
इसी तरह शहीद जवान के माता-पिता को अल्प बचत योजना की मासिक आय योजना में तीन लाख रुपये की सावधि जमा दी जाएगी. शहीद जवान के बच्चों को राज.विद्या.कॉलेज, तकनीकी शिक्षा, मेडिकल इंजीनियरिंग में नि:शुल्क शिक्षा दी जायेगी.
इसी तरह विद्यालय जाने वाले बच्चों को प्रतिवर्ष 1800 रुपये छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी. कॉलेज, तकनीकी, मेडिकल, इंजीनियरिंग शिक्षा के लिये यह राशि प्रतिवर्ष 3600 रुपये होगी. यह छात्रवृत्ति शिक्षा विभाग के माध्यम से दी जाएगी. राज्य सरकार की ओर से शहीद की पत्नी व आश्रित बच्चों व माता-पिता को रोडवेज की डीलक्स व साधारण बसों के लिये निःशुल्क पास जारी करने सहित कई अन्य घोषणाएं भी की गयी हैं.
उल्लेखनीय है कि पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों में पांच राजस्थान के हैं. इनमें शाहपुरा (जयपुर) के रोहिताश लांबा, सांगोद (कोटा) के हेमराज मीणा, सुंदरावली (भरतपुर) के जीतराम गुर्जर, राजाखेडा (धौलपुर) के भागीरथ कसाना और बिनोल (राजसमंद) नारायण लाल गुर्जर शामिल हैं। ये सभी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में थे.


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