सुंदरता के सरोवर में करियर


लोगों की सुंदर दिखने की होड़ ने सुंदर दिखाने वालों के लिए रोजगार के द्वार खोल दिए हैं। वर्तमान समय में विभिन्न सौंदर्य प्रतियोगिताएं भी इस जुनून को जवां करती हैं। सुंदरता के इस सरोवर में करियर बनाने वाले की जरूरतों को पूरा करने के लिए विज्ञान ने कई तकनीकें ईजाद कर दी हैं। इन तकनीकों का अध्ययन हम कॉस्मेटोलॉजी में करते हैं…
वक्त बदलता है। वक्त की जरूरतें बदलती हैं। चीजों के प्रतिमान बदलते है। सौंदर्य के प्रतिमान भी युगानुरूप बदलते रहे हैं। आज के प्रतिमान वे नहीं रह गए हैं,जो पहले कभी हुआ करते थे। आज हर कोई अपने आप को सुंदर दिखाना चाहता है। दरअसल खूबसूरत दिखना इनसान की बुनियादी चाह है। खूबसूरत व्यक्ति ज्यादा कामयाब होता है। आकर्षक व्यक्ति की बेहतर सामाजिक हैसियत होती है। लोगों की सुंदर दिखने की होड़ ने सुंदर दिखाने वालों के लिए रोजगार के द्वार खोल दिए हैं। वर्तमान समय में विभिन्न सौंदर्य प्रतियोगिताएं भी इस जुनून को जवां करती हैं। सुंदरता के इस सरोवर में करियर बनाने वाले की जरूरतों को पूरा करने के लिए विज्ञान ने कई तकनीकें ईजाद कर दी हैं। इन तकनीकों का अध्ययन हम कॉस्मेटोलॉजी में करते हैं। इस क्षेत्र में नाम के अलावा दाम भी अच्छे मिल जाते हैं। अगर आप इस काम में स्थापित हो जाते हैं, तो फिर आप को आमदनी की कोई टेंशन नहीं। आपका काम ही पैसे बनाएगा।


सौंदर्य के बाजार में पुरुषों का भी दखल


प्रारंभिक दौर में सौंदर्य के क्षेत्र में महिलाओं को वास्तविक श्रेष्ठता प्राप्त थी, क्योंकि सौंदर्य का व्यापार मात्र महिलाओं के इर्द-गिर्द ही घूमता था तथा ब्यूटी सैलून में मात्र महिलाओं का प्रवेश ही मान्य था। लेकिन बदले आर्थिक तथा सामाजिक परिवेश में पुरुषों के लिए अलग सैलूनों का रिवाज जोर पकड़ता जा रहा है। शुरू में पुरुष मात्र बाल कटवाने के लिए सैलून जाते थे। लेकिन अब वह सौंदर्य उपचार की सेवाओं को भी ग्रहण कर रहे हैं। इसलिए स्पा ट्रीटमेंट तथा सैलून में अब पुरुष पेशेवर भी सफल व्यवसायी बनकर उभर रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों के दौरान अनेक पुरुष निपुण हेयर स्टाइलिंग विशेषज्ञ के तौर पर महिलाओं के सैलून में भी काम कर रहे हैं। अनेक पुरुष पेडिक्योर तथा पांव की मसाज के लिए महिलाओं के सैलून में सफलतापूर्वक कार्य कर रहे हैं। पुरुषों का भी सौंदर्य के इस क्षेत्र में महिलाओं के बराबर ही दखल हो गया है।


प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान


* इंस्टीच्यूट ऑफ कॉस्मेटोलॉजी एंड लेजर साइंस, मुंबई


* बीएलसीसी संस्थान, हैदराबाद


* जवाहर लाल नेहरू तकनीकी विश्वविद्यालय, हैदराबाद


* लक्मे ट्रेनिंग अकादमी, दिल्ली


* बनारसी दास आर्य गर्ल्ज कालेज, जालंधर(पंजाब)


* ग्रीन-वे इंस्टीच्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, रुड़की (उत्तराखंड)


* इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ हास्पिटेलिटी एंड मैनेजमेंट, मुंबई


* कालेज ऑफ हैल्थ केयर एंड फिलंथरोपी, फरीदाबाद (दिल्ली)


* आलिशा पोलीटेक्नीक, नई दिल्ली


* एलाइट मॉडल मैनेजमेंट, नई दिल्ली


क्या करते हैं कॉस्मेटोलॉजी विशेषज्ञ


*हेयर स्टाइलिस्ट- बाल रंगने वाला शैम्पू तकनीशियन


* नेल तकनीशियन- नाखूनों की देखभाल में माहिर


* एस्थेटीशियन – ऊपरी त्वचा के उपचार में विशेषज्ञ


* मेकअपमैन – सौंदर्य प्रसाधनों द्वारा निखार लाने वाला


* इलेक्ट्रोलॉजिस्ट- एक मशीन के उपयोग के साथ बालों को हटाने की सेवाएं प्रदान करता है


* मेनिक्योर – नाखूनों या हाथों के लिए एक कॉस्मेटिक उपचार है


आसमान छूने की तमन्ना कीजिए
शहनाज हुसैन


अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ब्यूटी एक्सपर्ट


कॉस्मेटोलॉजी को एक व्यवसाय के रूप में अपनाने की कितनी संभावनाएं है?


आज सौंदर्य का व्यापार तेजी से बढ़ रहा है तथा भविष्य में इसकी वृद्धि की आसीम संभावनाएं हैं। इस वजह से इस व्यवसाय में कुशल पेशेवर लोगों की मांग दिनोंदिन बढ़ती जा रही है।


कॉस्मेटोलॉजी के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता क्या है? क्या कॉस्मेटोलॉजी में विशेष कोर्स किए जाते हैं?


सौंदर्य पाठ्यक्रम में प्रवेश ग्रहण करने के लिए मात्र बेसिक स्कूली शिक्षा अनिवार्य है। आज के प्रतिस्पर्धा के दौर में व्यावसायिक शिक्षा अत्यंत महत्त्वपूर्ण बन गई है। सौंदर्य प्रशिक्षण डिप्लोमा तथा एडवांस कोर्स अनेक शिक्षण संस्थानों द्वारा प्रदान किए जा रहे हैं। सौंदर्य व्यवसाय में प्रवेश के लिए ब्यूटी थैरेपी में डिप्लोमा कोर्स आधारभूत योग्यता है। अनेक सौंदर्य प्रशिक्षण संस्थान डिप्लोमा कोर्स प्रदान कर रहे हैं, जिसमें त्वचा तथा बालों की देखभाल का शैक्षणिक तथा व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। इसमें हेयर स्टाइलिंग, फेशियल ट्रीटमेंट, मसाज, डाइट तथा पोषाहार, मेकअप तथा सभी सैलून सेवाओं का व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।


रोजगार के अवसर किन क्षेत्रों में उपलब्ध हैं?


छात्र अपना ब्यूटी पार्लर शुरू करके उद्यमी बन सकते हैं। इसके अलावा वे ब्यूटी थैरेपिस्ट, स्पा थैरेपिस्ट, मसाजर, हेयर स्टाइलिश,आदि का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। प्रशिक्षण ग्रहण करने के बाद छात्र सैलून, स्पा मैनेजर, ब्यूटी एडवाइजर, कॉस्मेटिक कंसल्टेंट, फ्रीलांस ब्यूटीशन, मेकअप कलाकार या सौंदर्य अकादमी में अध्यापक के तौर पर भी अपनी सेवाएं प्रदान कर सकते हैं।


आरंभिक आमदनी कितनी हो सकती है?


शुरुआती दौर में एक ट्रेनी व्यावसायिक ब्यूटी थैरेपिस्ट के तौर पर 15 हजार से 20 हजार प्रतिमाह तक कमा सकता है। पैडिकुरिस्ट तथा मैनिकुरिस्ट की आरंभिक आमदनी 5 हजार से 7 हजार रुपए मासिक हो सकती है। प्रबंधक के रूप में कार्य करने वाले सौंदर्य व्यवसायी 30 हजार रुपए से 35 हजार रुपए प्रतिमाह तक कमा सकते हैं।


इस क्षेत्र में आने वाले युवाओं में क्या विशेष गुण होने चाहिएं?


सौंदर्य वास्तव में आम जन मानस का व्यवसाय है। इसलिए व्यवसायी को व्यवहार में अतिकुशल, निपुण और चतुर होना चाहिए। बदलते दौर में अपने आपको ढालना अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है। जो छात्र एडवांस मेकअप में प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहते हैं, उनका विशेष रुझान काफी मददगार साबित होगा। रंगों की गहन समझ तथा रूपरेखा एवं रंगों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण आपकी सफलता में अहम भूमिका अदा कर सकता है।


युवकों के लिए चुनौतियां क्या हैं?


कॉस्मॉटोलाजी में सबसे बड़ी चुनौती अच्छा प्रशिक्षण प्राप्त करने की होती है। यदि छात्र किसी विशेष पहलू में एडवांस प्रशिक्षण ग्रहण कर सकता है तो यह उसके लिए अत्यन्त लाभदायक साबित होता है। अच्छे प्रतिष्ठित सैलून में नौकरी पाना भी अत्यंत चुनौतीपूर्ण है।


Popular posts from this blog

भारत विदेश नीति के कारण वैश्विक शक्ति बनेगा।

स्वरोजगारपरक योजनाओं के अंतर्गत ऑनलाइन ऋण वितरण मेले का किया गया आयोजन

बांसडीह में जाति प्रमाण पत्र बनाने को लेकर दर्जनों लोगों ने एसडीएम को सौपा ज्ञापन