मतदान प्रक्रिया को लेकर दिया गया विस्तार से प्रषिक्षणः

अनुपस्थित पाये गये कार्मिकों के विरूद्ध की जायेगी कार्यवाहीः


उन्नाव


लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2019 प्रक्रिया संबंधी जानकारी 33-उन्नाव संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में 29 अप्रैल को होने वाले मतदान के संबंध में मतदान कार्मिकों को जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी श्री देवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने स्थानीय एस0वी0एम0 इंटर कॉलेज पूरन दास नगर में मतदान कार्मिकों के प्रशिक्षण के दौरान उनके कार्य दायित्वों का बोध कराते हुए कहा कि संपूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया के सफल संचालन के लिए मतदान कार्मिकों विशेष रुप से पीठासीन अधिकारी का दक्ष होना आवश्यक है। दक्ष बनाने के लिए मास्टर टेªनर्स की व्यवस्था की गई है। जब तक मास्टर टेªनर्स को निर्वाचन प्रक्रिया की पूर्ण जानकारी नहीं होगी तो वेमतदान कार्मिकों को विधिवत प्रशिक्षित नहीं कर पाएंगे एवं निर्वाचन प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न होगी। इसी प्रकार निर्वाचन से जुड़े सभी कार्मिकों को चुनाव प्रक्रिया की पूर्ण जानकारी रहना आवश्यक है।
जिलाधिकारी ने उपस्थित मतदान कर्मी एवं पीठासीन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि निर्वाचन आयोग द्वारा दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन करें। पीठासीन अधिकारी निर्वाचन आयोग द्वारा तैयार की गई हस्त पुस्तिका में अंकित विवरण का पालन करें तथा समस्त निर्वाचन प्रक्रिया संपन्न कराएं।
प्रशिक्षण के दौरान जय सिंह अवर अभियंता ग्रामीण अभियत्रण विभाग, डॉ डी0के0सचान जिला प्रशिक्षण अधिकारी तथा श्री अलख निरंजन मिश्र जिला समाज कल्याण अधिकारी ने उपस्थित मतदान अधिकारी एवं पीठासीन अधिकारियों के दायित्वों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। जिसमें मतदान मशीनों एवं तीन यूनिटों अर्थात कंट्रोल यूनिट,बैलेट यूनिट एवं वीवीपैट के संचालन के बारे में जानकारी दी गई। वीवीपैट के बारे में बताया गया कि मतदान के समय वैलेटयूनिट पर बटन दबाने के बाद वीवीपैट पर 07 सेकेण्ड के लिये पर्ची दिखाई पड़ती है उसके बाद स्वतः कटकर ड्रॉप बॉक्स में गिर जाती है।मतदाता किसे मतदान किया है पर्ची देख सकता है किंतु उसे साथ नहीं ले जा सकता। बताया गया कि पालिंग पार्टी द्वारा प्रस्थान के पूर्व सामग्री प्राप्त करने पर वैलेट एवं कंट्रोल यूनिट को जोड़कर परीक्षण किया जाएगा, किन्तु वीवीपैट को परीक्षण के लिये नहीं जोड़ा जायेगा।वीवीपैट को मतदान दिवस के दिन माकपोल के समय ही कंट्रोल यूनिट के साथ जोड़ा जायेगा।
मतदान कार्मिकों को महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जानकारी देते हुए बताया गया कि संबंधित पार्टी कंट्रोल यूनिट, बैलट यूनिट, मतदाता रजिस्टर, मतदाताओं की पर्चियां, निर्वाचक नामावली की प्रति, मतपत्र, अमिट स्याही, स्पेशल टैग, ग्रीन पेपर सील, पीठासीन अधिकारी की डायरी सहित लगभग 20 तरह की सामग्री के संबंध में जानकारी दी गई तथा लगभग 18 प्रकार के फार्मो/ लिफाफों आदि की चर्चा की गई। प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के तहत 828 में से 19 मतदान कार्मिक प्रथम चरण में अनुपस्थितपाये गये, तथा द्वितीय चरण में 824 में से 30 मतदान कार्मिक अनुपस्थित पाये गये। जिनके कुल संख्या 49 रही है।
मुख्य विकास अधिकारी/प्रभारी अधिकारी कार्मिक श्री प्रेम रंजन सिंह ने अनुपस्थित कार्मिकों के सम्बन्ध में गम्भीरता से लेते हुये सम्बन्धित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये हैं कि जो कार्मिक निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को गम्भीरता से न लेते हुये निर्वाचन आयोग के आदेशों का उल्लंघन किया है उनके विरूद्ध सुसंगत धारा के तहत कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं। प्रशिक्षण के दौरान पीठासीन अधिकारियों को उनके दायित्वों का बोध कराया गया। किसी प्रकार की लापरवाही न हो निर्वाचन प्रारम्भ होने एवं समाप्त होने तक क्या कार्यवाही की जानी है विस्तार से विभिन्न मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रशिक्षण दिलाया गया।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री एम0पी0वर्मा, जिला विकास अधिकारी श्री यू0एन0 द्विवेदी सहित मास्टर्स ट्रेनर्स, मतदान कार्मिक एवं पीठासीन अधिकारी आदि उपस्थित थे।


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