दूसरे दिन भी बाधित रहा लापता AN-32 विमान का हवाई खोज अभियान

नयी दिल्ली।


जमीनी सैनिकों ने पर्वतीय क्षेत्र में लापता विमान की खोज लगातार सातवें दिन भी जारी रखी। भारतीय वायुसेना के शिलांग स्थित एक प्रवक्ता ने कहा, ''रविवार को खराब मौसम और निचले बादलों के चलते खोज और राहत अभियान नहीं चल सका।'' उन्होंने कहा कि हेलीकाप्टरों, यूएवी और सी..130 जे विमान के एक बेड़े ने आसमान में उड़ान भरी थी लेकिन वर्षा और खराब मौसम के चलते ये वापस आ गये। हवाई खोज अभियान शनिवार को भी नहीं चलाया जा सका था।


रूसी AN32 विमान से सम्पर्क सोमवार दोपहर में असम के जोरहट से चीन के साथ लगी सीमा के पास स्थित मेंचुका उन्नत लैंडिंग मैदान के लिए उड़ान भरने के बाद टूट गया था। विमान में 13 व्यक्ति सवार थे। विमान के लापता होने के बाद वायुसेना ने मेंचुका और उसके आसपास के क्षेत्र में एक व्यापक खोज अभियान शुरू किया। दिल्ली में वायुसेना के एक अधिकारी ने कहा, ''जमीनी टीमों का खोज अभियान काफी आगे बढ़ा है। खोज अभियान को विभिन्न सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर विस्तारित किया गया है। जमीन पर खोज अभियान रात में भी जारी रहेगा।''
वायुसेना ने शनिवार को AN32 परिवहन विमान के बारे में सूचना मुहैया कराने वाले को पांच लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की। शनिवार को एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ ने समग्र खोज अभियान की असम के जोरहट हवाई ठिकाने पर हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में समीक्षा की। उन्होंने विमान में सवार अधिकारियों एवं वायुसेना कर्मियों के परिवारों से भी बातचीत की। इस अभियान में सुखोई-30 विमान के अलावा सी-130 जे और एएन-32 विमानों और एमआई-17 हेलीकाप्टर और एएलएच हेलीकाप्टरों का बेड़ा लगाया गया है। जमीनी बलों में सेना, आईटीबीपी और राज्य पुलिस के कर्मी शामिल हैं।


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