छः दिन से खड़े ट्रेलरो की सुध नहीं ले रहा विद्दुत विभाग
फतेहपुर।
सामाजिक व्यवस्था एवं अव्यवस्था को प्रदर्शित करती यह तस्वीर योगी राज में भी अंधेरगर्दी का जीता जागता उदाहरण है। शहर के वीआईपी रोड पर वन विभाग से हैडिल कालोनी के बीच बिजली के सीमेंटेड़ खम्भे लादे खड़े आधा दर्जन के करीब ट्रेलर पिछले छः दिनो से इस अति व्यस्ततम मार्ग में दुर्घटनाओं का सबब बने हुए है।
बताते है कि इन खम्भों को कोई रिसीव करने वाला जिम्मेदार नहीं मिल रहा है। विभाग के अधिशासी अभियंता (प्रथम) प्रभाकर पाण्डेय एक सप्ताह की छुट्टी पर घर गये है और चार्ज किसी को दे नहीं गये, तो इन्हें रिसीव कौन करे। बड़ी बात है कि जिस जिले में सम्बंधित विभाग के अधीक्षण अभियंता स्तर के अधिकारी की तैनाती हो और उसके अंडर में दर्जन भर के करीब अधिशासी अभियंता तैनात हो, वहाँ इतने बडे स्तर की अव्यवस्था पूरी तरह समझ से परे है। बताते चले कि जिस स्थान पर ठीक रोड के ऊपर छः दिन से ये भारी भरकम ट्रेलर खड़े है, उस स्थान के नजदीक ही डीएम-एसपी के आवास और सदर तहसील है तथा इसी मार्ग से यहाँ की सांसद एवं केंद्रीय मन्त्री साध्वी निरंजन ज्योति व सदर विधायक विक्रम सिंह के आवास का भी रास्ता जाता है किन्तु जनता की फिक्र किसी को नहीं है।
रोड पर खड़े इन भारी भरकम ट्रेलरो से टकराकर अब तक दर्जन भर वाहन दुर्घटनाग्रस्त भी हो चुके है, जिनमे कई लोग घायल भी हुए, बावजूद इसके इन ट्रेलरो को यहाँ से हटाने की दिशा में कोई कारगर कदम नहीं उठाये गये है, जो अत्यन्त निंदनीय कृत्य कहाँ जा सकता है। योगी राज है, सब कुछ जायज है, अन्यथा नो इंट्री में इनकी आमद..., कोतवाली पुलिस लाठी तोड़ देती!