मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के विकास प्राथमिकता कार्यक्रमों के प्रमुख बिन्दुओं पर समीक्षा
उन्नाव
जिलाधिकारी श्री देवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने आज विकास भवन सभागार में माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के विकास प्राथमिकता कार्यक्रमों के प्रमुख बिन्दुओं पर समीक्षा करते हुये कहा कि विकास कार्यों की प्रगति को पारदर्शिता के साथ लक्ष्य के अनुरूप संबंधित अधिकारी कार्य में तेजी लाएं।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने जिला वृक्षारोपण समिति, जिला पर्यावरणीय समिति व जिला गंगा समिति बैठक की अध्यक्षता करते हुये कहा कि वृक्षारोपण हेतु जिन जिन विभागों को आदेशित किया गया है, सम्बन्धित सभी विकास लक्ष्य के अनुरूप गड्ढा खोदकर 15 अगस्त तक वृक्ष (पौध रोपण) लग जाने चाहिये । इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही उसी दिन उन सभी पौधों की जियो टैगिंग भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में वृक्षारोपण कराने का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण को शुद्ध व साफ बनाना है, इसलिए सभी अधिकारी मानवता के आधार पर इस कार्य को गुणवत्ता पूर्वक करें। उन्होंने बताया कि सभी गांवों व मजरों को 10-10 सोकपीट बनाने के निर्देश दिए गए हैं, इतनी संख्या में सोकपीट तैयार कराने का उद्देश्य जमीन में पानी की कमी को दूर करना है। उन्होंने यह भी कहा कि सड़कों/ तालाबों/ झीलों व ग्राम सभाओं में वृक्षारोपण कर सौंदर्यीकरण किया जाए।
श्री पाण्डेय ने कहा कि पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए स्वच्छता को बनाए रखना है। इसके लिए नदियों / नालों में कूड़ा व पॉलीथिन न जाए और जहां है वहां सफाई की आवश्यकता है। उन्होंने अभियंता सिंचाई को निर्देशित किया कि वे अपनी देखरेख में नालों की सफाई समय से कराएं, उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि जिन गांव में नाले गिर रहें हैं, उन्हें शीघ्र ठीक करायें। सभी गांव को शतप्रतिशत ओ0डी0एफ0 कर दिया गया है, अब पानी संचयन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिला पर्यावरणीय समिति में संचारी रोग नियं़त्रण को भी शामिल किया जा सकता है, संचारी रोग नियन्त्रण के लिये जल का सुद्धीकरण गांव/ शहरों / कस्बों को स्वच्छ रखना, मच्छर, चूहों, छछूंदरों को न आने देना आदि है। उन्होंने कहा कि जल निगम द्वारा एकल पाइप पेय जल योजना के तहत आम जनता को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाये।
जिलाधिकारी ने शासन के कानून व्यवस्था एवं विकास सम्बन्धित मा0 मुख्यमंत्री जी के प्राथमिकता वाले बिन्दुओं की समीक्षा करते हुए कहा कि इस प्राथमिकता वाली जो भी योजनाएं हैं, उनकी प्रगति ऑनलाइन फीडिंग 4 या 5 तारीख को अनिवार्य रूप से हो जानी चाहिए। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) खुले में शौच मुक्त (ओ0डी0एफ0) घोषित ग्रामों की प्रगति के संबंध में जिला पंचायत राज अधिकारी ने अवगत कराया कि जनपद में 1686 राजस्व ग्रामों के सापेक्ष 1686 ग्राम खुले में शौच मुक्त घोषित किये जा चुके हैं, जो शत्प्रतिशत है। उन्होंने सफाई कर्मियों की तैनाती पर चर्चा करते हुए कहा कि जनपद में विकास खंडों में सेक्टर प्रभारी के रूप में तैनात कर्मचारियों को बीट सुपरवाइजर का दायित्व दिया गया है। इसके अतिरिक्त प्रत्येक ग्राम पंचायतों में शोकपिटों का निर्माण कराया जा रहा है। तालाब का निर्माण मनरेगा द्वारा किया जा रहा है। साथ ही साथ लोगों को जन जागरूकता अभियान चलाकर साफ-सफाई के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
बैठक में निराश्रित गोवंश हेतु गो आश्रय स्थल का निर्माण, संचालन, प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत मिशन, मुख्यमंत्री साूमहिक विवाह योजना, समस्त पेंशन एवं छात्रवृत्ति योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), पेय जल, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजन/ राशन कार्ड, नई सड़को ंके निर्माण एवं गड्ढा़ मुक्ति के तहत कडें़ निर्देश देते हुये कहा कि सभी सड़के गड्ढा़ मुक्त होनी चाहिये। विद्युत आपूर्ति, ट्रान्सफार्मर का प्रतिस्थापन पर विशेष जोर देते हुये कहा कि आ रही शिकायतों पर जिलाधिकारी ने कहा कि शीघ्र दूर किया जाये। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना/ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, खाद एवं बीज की उपलब्धता पर भी समीक्षा की गई। इसके अलावा उन्होंने पांच लाख से अधिक लागत की अधूरी ़़़परियोजनाओं की (सड़क को छोड़ कर) समीक्षा करते हुये कहा कि इन परियोजनाओं को गम्भीरता से लेते हुये ससमय पूर्ण कर ली जाये। इसमें किसी भी तरह की शिथिलता बर्दास्त नहीं की जायेगी।
मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रेम रंजन सिंह ने भी विकास कार्यों की समीक्षा करते हुये कहा कि लक्ष्य के सापेक्ष सम्बन्धित अधिकारी कार्य को पूर्ण कर लें। जो भी अधिकारी रूची लेकर कार्य नहीं कर रहे हैं उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री माधव प्रसाद वर्मा, डी0एफ0ओ0, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला विकास अधिकारी, सहायक निदेशक सूचना, सम्बन्धित अभियन्ता सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।