प्रियंका गांॅधी को सोनभद्र जाने से रोकना अलोकतांत्रिक: प्रमोद तिवारी

लखनऊ।


कांगे्रस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा है कि सोनभद्र जनपद के घोरावल थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत मूर्तिया के उम्भा गांॅव में हुये 10 लोगों के नरसंहार में पीड़ितों के आंॅसू पोंछने जा रही भारतीय राष्ट्रीय कांगे्रस की महासचिव प्रियंका गांॅधी को मिर्जापुर के पास नारायण पुर में रोकना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक, दुःखद और दुर्भाग्यपूर्ण हैं, बिना कोई लिखित नोटिस दिये बलपूर्वक उन्हें रोकना शर्मनाक एवं निन्दनीय है।
श्री तिवारी ने कहा कि प्रियंका गांॅधी ने ये कहा भी कि वे 5 से कम एक या दो लोग, जिसकी प्रशासन इजाजत दे, उन्हें लेकर प्रशासन के साथ जाने को तैयार हैं, उनके साथ दो-तीन लोगों से ज्यादा लोग नहीं जायेंगे, उन्होंने यहांॅ तक कहा कि वे ''स्वयं अकेले'' भी प्रशासन के साथ जाने को तैयार हैं। परन्तु फिर भी उन्हें नजरबन्द कर लिया गया, जो पूरी तरह से अंसवैधानिक और अलोकतांत्रिक है।
श्री तिवारी ने याद दिलाते हुये कहा कि इसी प्रकार से पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीया इन्दिरा गांॅधी जब बिहार के बेल्छी जा रही थी तो उन्हें भी वहांॅ रोकने का प्रयास किया गया था- वैसे ही आज प्रियंका गांॅधी को भी रोका गया है। श्री तिवारी ने इसकी निन्दा करते हुये कहा है कि ऐसा करके ''अघोषित इमरजेन्सी'' जैसे हालात पैदा किये जा रहे हैं।
श्री तिवारी ने कहा है कि जब वहांॅ के हालात इतने संवदेनषील थे और 200-300 लोग ग्राम प्रधान के साथ विवादित भूमि पर कब्जा लेने जा रहे थे तो उस समय प्रशासन कहांॅ था ? उन्हें क्यों नहीं रोका गया ? और लोगों के बार-बार बुलाने के बावजूद भी प्रशासनध् पुलिस तब तक नहीं पहंुॅची जब तक की 10 लोगों की लाषें नहीं बिछ गयीं और बर्बरतापूर्वक 50 से अधिक लोगों को गम्भीर रूप से घायल नहीं कर दिया गया और आज जब प्रियंका गांॅधी शांति का संदेष लेकर जा रही थी तो उन्हें रोका जा रहा है। ये आलोकतांत्रिक है और विपक्ष के संवैधानिक दायित्व के निर्वाहन में बाधा पहंुॅचाना पूर्णतः अनुचित है।


 


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