स्वच्छ व स्वस्थ भारत के निर्माण में हम-सब के योगदान में कोई कमी न होने पाये : उप मुख्यमंत्री
लखनऊ।
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने आज आगरा के होटल होली डे-इन में आयोजित अखिल भारतीय महापौर परिषद के 50वें राष्ट्रीय अधिवेशन कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ किया।
उप मुख्यमंत्री ने महापौर गणों को संबोधित करते हुए प्रदेश की 23 करोड़ जनता की ओर से एवं अपनी तरफ से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि उ0प्र0 देश का सबसे बड़ा प्रदेश है। देश में सबसे अधिक महापौर उ0प्र0 से ही आते है। इसलिये उ0प्र0 प्रदेश में एक नहीं, बल्कि अनेक कार्यक्रमों का आयोजन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सबसे शिक्षित, सम्पन्न एवं बुद्धजीवियों का क्षेत्र महानगर होता है तथा आप महापौर के रूप में महानगर की जनता की सेवा करने का कार्य करते हैं इस सेवा कार्य में कई परेशानियां भी आती है, फिर भी हमें अच्छा से अच्छा कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आलोचना लोकतंत्र का एक बहुत ही अच्छा दृश्य है, जब कोई आलोचना करने वाला होता है, चाहे वह विपक्ष हो या कोई और तो हमें और बेहतर कार्य करने की प्रेरणा मिलती है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छभारत व स्वस्थ भारत की पूरी दुनियां में चर्चा हो रही है। जिसकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी अगर किसी के ऊपर है तो वह आप सब महापौर गणों के ऊपर है। उन्होंने कहा कि देश के ग्रामीण क्षेत्रों में चाहे जितनी स्वच्छता हो जाय, लेकिन अगर नगर-निगम तथा आपके कार्य क्षेत्र के अन्दर अगर स्वच्छता का स्वरूप दिखाई नहीं देगा तो, इसकी आलोचना हर कोई करेगा। स्वच्छता हम-सब की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ व स्वस्थ भारत के निर्माण में हम-सब के योगदान में कोई कमी न होने पाये, इसका भी ध्यान रखना है।
उप मुख्यमंत्री ने महापौर गणों से आग्रह तथा आवाह्न करते हुए अपनी शुभ कामनायें दी कि वे जिस भी नगर-निगम का नेतृत्व कर हरें हैं, वह देश ही नहीं पूरी दुनियां में अपना स्थान बनाने में सफल हो। उन्होंने कहा कि आप सब लोगों को अधिक से अधिक अधिकार मिले, इसका वे समर्थन करते हैं, लेकिन कर्तव्य के प्रति भी जागरूक रहना होगा। नगर स्वच्छ व सुन्दर दिखे तथा नगर में रोजगार का सृजन भी हो। उन्होंने कहा कि भरत वर्ष की तस्वीर व तकदीर को बदलने के उत्तरदायित्व का निर्वहन करने वाले सम्मनित महापौर गण, जिन्हें क्षेत्र का प्रथम नागरिक होने का है, उनके प्रयास से देश के नगरों में इस प्रकार की स्वच्छता व सफाई की व्यवस्था रखें कि अगर किसी देश के शासक, पर्यटक, राजदूत एवं मीउयि उनके नगर-निगम क्षेत्र में आये, तो वह ऐसा दृश्य व छवि लेकर जाये कि जो भारत के नगर-निगम के अन्दर है वह दुनिया के किसी नगर-निगम में नहीं है। उन्होंने कहा कि वे सब यहां से नामुमकिन को मुमकिन बनाने का संकल्प लेकर जायें।