उन्नाव रेप पीड़िता दुर्घटना मामले में साजिश की आशंका, उच्च स्तरीय जांच हो : भाकपा (माले)

लखनऊ।


भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) ने उन्नाव रेप पीड़िता के साथ हुई गंभीर घटना पर दुख व परिजनों की मौत पर संवेदना प्रकट की है। पार्टी ने पीड़िता के सगे-संबंधियों के बयान व पूरे मामले की पृष्ठभूमि को ध्यान में रखते हुए कथित सड़क दुर्घटना के पीछे साजिश की आशंका जतायी है और इसकी उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच की मांग की है।
पार्टी के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने आईपीएन को दिए अपने बयान में कहा कि पीड़िता के परिजनों व वकील संग रायबरेली जेल में बंद चाचा से मिलने जाते समय हुई 'सड़क दुर्घटना' संदेह से परे नहीं है। क्योंकि ऐसे आपराधिक मामलों में जिनमें प्रभावशाली आरोपियों को गंभीर सजा मिलने की संभावना हो और ट्रायल चल रहा हो, गवाहों और वादकारियों को रास्ते से हटाने के लिए मार्ग दुर्घटना जैसे आसान विकल्प का सहारा लेना कोई असंभव बात नहीं है। उन्होंने कहा कि जेल में बंद उन्नाव रेप कांड के आरोपी विधायक प्रभावशाली व्यक्ति हैं और राज्य में 'अनुकूल' सरकार भी है। यह तो सभी को मालूम है कि योगी सरकार ने इस रेप कांड की सीबीआई जांच की सिफारिश आसानी से नहीं की थी, बल्कि सच कहा जाए तो मामले के प्रकाश में आने पर सरकार की ओर से पहले लीपापोती करने व आरोपी को बचाने की ही कोशिश हुई थी। हालांकि पूरे प्रदेश से उठी न्याय दिलाने की आवाज के आगे विवश होकर उसे मामले को सीबीआई के हवाले करने पड़ा था। 
माले नेता ने कहा कि संदेहास्पद मार्ग दुर्घटना के बाद ट्रामा में गंभीर हालत में भर्ती पीड़िता के परिजनों ने जिस तरह से गुर्गे भेजकर सीबीआई कोर्ट में चल रहे मुकदमे की वापसी के लिए दबाव बनाने का आरोप विधायक पर लगाया है, उससे और घटना से जुड़ी तमाम परिस्थितियों से यह सड़क दुर्घटना के बजाय पूर्व नियोजित हत्या कांड ज्यादा प्रतीत होता है। लिहाजा न्याय हित में और सारे संदेहों व रहस्यों पर से पर्दा उठाने के लिए निहायत जरूरी है कि इस 'सड़क दुर्घटना' की निष्पक्ष जांच कराई जाए।


 


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