प्रशासन द्वारा बाढ़ राहत के प्रबन्ध सुनिश्चित किये जा चुके हैं : मुख्यमंत्री

बाढ़ पीड़ितों तक राहत सामग्री पहुंचाने तथा राहत शिविरों में उन्हें सुरक्षित लाने के निर्देश


प्रयागराज।


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को प्रयागराज के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण भी किया। इसके उपरान्त मुख्यमंत्री जी राजापुर स्थित कैंट हाईस्कूल में स्थापित बाढ़ राहत शिविर पहुंचे, जहां उन्होंने बाढ़ पीड़ितां से मुलाकात की। उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों से उनका हाल जाना तथा प्रशासन द्वारा दी जा रही सुविधाओं की पड़ताल भी की। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री भी वितरित की। मुख्यमंत्री जी ने बाढ़ प्रभावित लोगों को विश्वास दिलाया कि राज्य सरकार हर कदम पर उनके साथ है। प्रशासन को निर्देश दिये गये हैं कि बाढ़ पीडितों को पर्याप्त राहत सामग्री, भोजन, पानी आदि आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं।
मुख्यमंत्री कैंट हाईस्कूल से निकलकर ममफोर्ड स्थित सेंट जोसफ गर्ल्स कॉलेज पहुंचे। वहां पर भी उन्होंने बाढ़ पीडितों से मिलकर उनका हाल जाना। पीड़ितां का हाल जानने के दौरान मुख्यमंत्री जी को जानकारी हुई कि एक बच्चे का आज जन्मदिन है, उन्होंने बच्चे के हाथो से केक कटवाया तथा उसे जन्मदिन की बधाई दी। इसके बाद मुख्यमंत्री जी ने बाढ़ पीडितों को राहत सामग्री का वितरण किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश में बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर बाढ़ राहत के प्रबन्ध कर लिये गये हैं। चम्बल, बेतवा, केन नदियां में जलस्तर बढ़ने पर पानी छोड़े जाने से यमुना नदी में काफी मात्रा में पानी आ गया है। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में नाव लगाकर बाढ़ पीड़ितों तक राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है। साथ ही, नाव के माध्यम से बाढ़ पीड़ितों को बाढ़ राहत शिविरों में सुरक्षित पहुंचाया जा रहा है। बाढ़ राहत शिविरों में रहने वाले लोगों को पर्याप्त मात्रा में भोजन तथा पानी के अलावा मूलभूत सुविधायें दी जा रही हैं।
मुख्यमंत्री कहा कि प्रशासन को निर्देश दिये गये हैं कि बाढ़ प्रभावित लोगों को हर सम्भव मदद कर उन्हें राहत सामग्री का वितरण शीघ्रता से किया जाय। पशुओं के लिए भी पर्याप्त मात्रा में चारा की व्यवस्था की जाय। इसके अलावा प्रशासन को चिकित्सकों की उपस्थिति के साथ-साथ दवाओं की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता बनाये रखने के निर्देंश दिये गये हैं। जल स्तर बढ़ने से किसी प्रकार की जनहानि होने पर 24 घण्टे में मुआवजा की धनराशि देने के निर्देश भी दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में जल स्तर कम होने की सम्भावना है।  


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