गौ सरंक्षण में सहयोग न करने वाले ग्राम प्रधानों व पंचायत सचिवों के खिलाफ होगी कार्यवाही : डीएम

गोण्डा।

जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल ने जनपद में संचालित गौ आश्रय स्थलों में क्षमता के अनुरूप गौवंशों का संरक्षण न किए जाने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि इस कार्य में रूचि न लेने व सहयोग न करने वाले ग्राम प्रधानों व पंचायत सचिवों के खिलाफ कार्यवाही की जाय। इसके साथ ही ऐसे पशु पालक जो अपने जानवर छोड़ दे रहे हैं, उनके विरूद्ध भी कानूनी कार्यवाही की जाय। उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि नगरपालिका द्वारा नगरीय क्षेत्र से पकड़े गए गौवंशों को यदि ग्रामीण क्षेत्र के किसी भी गौशाला में लेने से मना किया जाता है तो उनके खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी। यह निर्देश जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट सभागार में गौ वंशों के संरक्षण व गौ आश्रय स्थलों के निर्माण की समीक्षा के दौरान खण्ड विकास अधिकारियों तथा पंचायत सचिवों को दिए हैं।
जिलाधिकारी ने जिला पंचायतराज अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि ऐसे ग्राम प्रधान जो गौ आश्रय स्थलों के निर्माण एवं गौ वंशों के संरक्षण में रूचि नहीं ले रहे हैं, उन्हें 95-ए की नेटिस दें तथा लापरवाही बरतने वाले पंचायत सचिवों को निलम्बित करने की कार्यवाही करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि निर्माणाधान गौ आश्रय स्थलों को जल्द से जल्द से पूरा कराया जाय तथा समय से गौ वंशों के लिए चारे आदि के लिए धन की मांग कर ली जाय। उन्होंने सभी खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि संचालित गौ आश्रय स्थलों में गौवंशों की संख्या के सापेक्ष ही धन खर्च किया जाय तथा सभी अभिलेख दुरूस्त रखे जायं। उन्होंने कहा कि किसी भी गौ आश्रय में वित्तीय अनियमितता कतई क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने नगर पालिका के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि शहरी क्षेत्र में सड़कों के किनारे व बीचो-बीच रहने वाले गौ वंशों को प्राथमिकता के आधार पर पकड़कर गौ आश्रय स्थलों में भिजवाएं। विकास खण्ड कटरा बाजार अन्तर्गत गौ आश्रय स्थल भरथा इटहिया तथा गोंडवा में क्षमता के सापेक्ष गौ वंश अभी तक संरक्षित न किए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए वहां के पंचायत सचिव को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने यह भी कहा कि जिले की हर गौ शाला का ऑडिट कराया जाएगा।
बैठक में ग्राम प्रधानों तथा पंचायत सचिवों द्वारा गौ आश्रय केन्द्रों के संचालन में आ रही दिक्कतों को जिलाधिकारी के समक्ष रखा गया जिस पर जिलाधिकारी ने कार्यवाही करने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया है। उन्होंने सभी तहसीलों के उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे गौ संरक्षण कार्य में सहयोग न करने वाले तथा अपने गौ वंशों को बेसहारा छोड़ देने वाले लोगों को चिन्हांकित कराकर कार्यवाही कराएं।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आशीष कुमार, एसडीएम सदर, करनैलगंज तथा तरबगंज, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 आरपी यादव, डीपीआरओ घनश्याम सागर, पीडी सेवाराम चाधरी, जिला कृषि अधिकारी जेपी यादव सहित ग्राम प्रधान तथा पंचायत सचिवगण उपस्थित रहे।

 

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