लघु उद्योग निगम में एजेंसियां के इम्पैनलमेंट को निरस्त करने के निर्देश

लखनऊ।


उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बुद्धवार को उ.प्र. लघु उद्योग निगम द्वारा पूर्व में की गई एजेंसियां के इम्पैनलमेंट को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में इम्पैनलमेंट के लिए जो भी प्रक्रिया अपनाई जाये, वह कार्मिक विभाग द्वारा निर्धारित मानकों के अनुरूप होनी चाहिए। उन्होंने यथाशीघ्र नई एजेंसियों के चयन के लिए मानकों के अनुसार टेण्डर कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
श्री सिंह आज अपने सरकारी आवास पर लघु उद्योग निगम के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने नराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि लघु उद्योग निगम की कार्य प्रणाली वर्तमान में संतोषजनक नहीं है, जिसके कारण निगम में पंजीकृत एजेंसियां के कारण बहुत से विभागों में कर्मियों को वेतन/मानदेय नहीं मिल पा रहा है। इससे सरकार की छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने स्पष्ट तौर से निर्देश दिये कि अब निगम द्वारा जो भी नई एजेंसियां सूचीबद्ध की जायेंगी, उसकी अनुमति बोर्ड से प्राप्त करना आवश्यक होगा।
लघु उद्योग मंत्री ने कहा कि लघु उद्योग निगम द्वारा पिछले कुछ समय से सूचीबद्ध एजेंसियों के माध्यम से जो भी आउटसोर्सिंग के तहत नियुक्तियां की गई हैं, उनमें भारी अनियमितता प्रकाश में आयी है। इन नियुक्तियों के लिए बोर्ड से मंजूरी भी नहीं ली गई थी। जो नियमों के विरूद्ध है। उन्होंने लघु उद्योग निगम के प्रबंध निदेशक को कड़ी चेतावनी देते हुए निर्देशित किया कि भविष्य में आउटसोर्सिंग के लिए इम्पैनलमेंट की जाने वाली एजेंसियां के चयन में पारदर्शिता बरती जाय और किसी भी प्रकार अनियमितता पाये जाने पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी।
बैठक में प्रमुख सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डा0 नवनीत सहगल सहित लघु उद्योग निगम के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।


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