मायावती ने कांशीराम के सपने को साकार करने का लिया संकल्प
लखनऊ।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने बुधवार को कांशीराम को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान बसपा प्रमुख ने उनके सपनों को साकार करने का संकल्प लिया।
मायावती ने ट्विटर के माध्यम से कांशीराम को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि ''बामसेफ, डीएस4 व बीएसपी मूवमेन्ट के जन्मदाता व संस्थापक मान्यवर श्री कांशीरामजी को आज उनकी पुण्यतिथि पर बीएसपी द्वारा देश व विशेषकर यूपी में अनेकों कार्यक्रमों के जरिए भावभीनी श्रद्धांजलि व श्रद्धा-सुमन अर्पित। उपेक्षितों के हक में उनका संघर्ष था। वोट हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा।''
मायावती ने लिखा कि दिल्ली में गुरुद्वारा रकाबगंज रोड पर स्थित प्रेरणा केंद्र में तथा लखनऊ में बीएसपी सरकार द्वारा वीआईपी रोड में स्थापित भव्य मान्यवर श्री कांशीरामजी स्मारक स्थल के आयोजनों में बहुजन नायक मा़ श्री कांशीराम जी को पुष्पांजलि व श्रद्घा-सुमन अर्पित। उनके सपनों को साकार करने का संकल्प।''
मायावती ने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि ''बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान के मूवमेन्ट को समर्पित श्री कांशीरामजी जानते थे कि जातिवादी व संकीर्ण ताकतें साम, दाम, दंड, भेद आदि हथकंडों से मूवमेन्ट को चुनौतियां देती रहेंगी जिसका सूझबूझ से मुकाबला करके आगे बढ़ना है जिसका बेहतरीन उदाहरण यूपी है।''
मायावती ने ट्विटर के माध्यम से कांशीराम को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि ''बामसेफ, डीएस4 व बीएसपी मूवमेन्ट के जन्मदाता व संस्थापक मान्यवर श्री कांशीरामजी को आज उनकी पुण्यतिथि पर बीएसपी द्वारा देश व विशेषकर यूपी में अनेकों कार्यक्रमों के जरिए भावभीनी श्रद्धांजलि व श्रद्धा-सुमन अर्पित। उपेक्षितों के हक में उनका संघर्ष था। वोट हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा।''
मायावती ने लिखा कि दिल्ली में गुरुद्वारा रकाबगंज रोड पर स्थित प्रेरणा केंद्र में तथा लखनऊ में बीएसपी सरकार द्वारा वीआईपी रोड में स्थापित भव्य मान्यवर श्री कांशीरामजी स्मारक स्थल के आयोजनों में बहुजन नायक मा़ श्री कांशीराम जी को पुष्पांजलि व श्रद्घा-सुमन अर्पित। उनके सपनों को साकार करने का संकल्प।''
मायावती ने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि ''बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान के मूवमेन्ट को समर्पित श्री कांशीरामजी जानते थे कि जातिवादी व संकीर्ण ताकतें साम, दाम, दंड, भेद आदि हथकंडों से मूवमेन्ट को चुनौतियां देती रहेंगी जिसका सूझबूझ से मुकाबला करके आगे बढ़ना है जिसका बेहतरीन उदाहरण यूपी है।''