मंडलायुक्त-डीआईजी सिलेंडर ब्लास्ट से पीड़ित परिजनों से मिले, जाना हाल
मऊ।
मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी व डीआईजी मनोज तिवारी ने सोमवार को प्रातः काल 6.35 बजे नगर पंचायत वलीदपुर (मऊ) में रसोई गैस सिलेण्डर फटने से दो मन्जिला मकान ढह जाने के कारण 13 लोगों की हुई मृत्यु एवं 18 अन्य घायल हो जाने की घटना का संज्ञान में लेते हुए मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया तथा मृतकों के परिवारों के प्रति शोक संवेदनायें व्यक्त किया। इस मौके पर अधिकारियांे ने मौके पर कतिपय मांगांे को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों को भी समझाया कि तत्काल बचाव कार्य में लगकर प्रशासन को सहयोग दें। उन्होंने कहा कि मृतकों एवं धायलों को शासन, प्रशासन स्तर से हर संभव सहायता शीघ्र उपलब्ध कराई जायेगी।
ज्ञातव्य हो कि नगर पंचायत वलीदपुर के मुहल्ला बिचलापुरा में संगत जी मन्दिर के पास स्व. छोटू विश्वकर्मा के मकान में रसोई गैस का सिलेण्डर फटने से उनका तथा कन्हैया विश्वकर्मा दो मन्जिला मकान ढह जाने के कारण कुल 13 लोगों की मृत्यु हो गयी। मृतकों में सुरेन्द्र विश्वकर्मा पुत्र विश्वनाथ 48 वर्ष, इम्तेयाज अहम पुत्र अब्दुल कुद्दूस 22 वर्ष, मुहम्म जीशान पुत्र जावेद अख्तर 16 वर्ष, यासिर गनी पुत्र जावेदन अख्तर 10 वर्ष, शिवम पुत्र राम दरश यादव 10 वर्ष, भृगुनाथ पुत्र कतवारू 35 वर्ष, सुनीता पत्नी भृगुनाथ प्रसाद 32 वर्ष, इसराईल, अभिषेक पुत्र तुलसी 10 वर्ष के साथ ही 4 अन्य, जिनके नाम की पुष्टि तत्समय नहीं हो सकी थी, की भी मृत्यु होना बताया गया। जबकि इस दुर्घटना में 18 लोग घायल हुए जिसमें शैलेश वर्मा पुत्र रामाश्रय 32 वर्ष, रामबालक मद्धेशिया पुत्र केशव 57 वर्ष, रीना पुत्री कन्हैया 22 वर्ष, मोना पुत्र छोटू 20 वर्ष, ममता पुत्री कन्हैया 30 वर्ष, सोनम पुत्र कन्हैया 32 वर्ष, चमेली पत्नी नरायन 50 वर्ष, सुभावती पत्नी खेदू 58 वर्ष, रामरती पफनी सत्यप्रकाश 50 वर्ष, अजीत पुत्र भृगुनाथ, अर्चना पुत्री बिरजू 5 वर्ष, संजना पुत्री छोटू 16 वर्ष, इन्द्रावती पत्नी दूधनाथ 35 वर्ष, मंशा 56 वर्ष, अनीता पत्नी संजय 30 वर्ष, प्रिया पुत्री शैलेश 13 वर्ष एवं सोनी पत्नी मनोज 25 वर्ष सम्मिलित है। घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मुहम्मदाबाद गोहना ले जाया गया, जहाॅं मौके पर दो लोगों का इलाज कर उन्हें घर वापस भेज दिया गया जबकि गंभीर रूप से घायल 16 लोगों को मऊ, आजमगढ़ एवं वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया। इस मौके पर यह भी बताया गया कि दुर्घटनाग्रस्त मकान की एक बच्ची लापता है, लोगों ने आशंक व्यक्त किया कि संभवतः क्षतिग्रस्त मकान के मलबे वह दब गयी है।
मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी एवं डीआईजी मनोज तिवारी के मौके पर पहुंचने पर स्थानीय लोगों द्वारा कतिपय मांगों को लेकर रास्ता जाम कर दिया गया, जिस पर दोनों अधिकारियों के साथ ही वहाॅं पहले से उपस्थित प्रदेश के खेल, युवा कल्याण, पंचायतीराज राज्यमन्त्री (स्वतन्त्र प्रभार) उपेन्द्र तिवारी, जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी एवं पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने धैर्यपूर्वक स्थानीय लोगों को समझाया कि तत्काल राहत एवं बचाव कार्य में लग जायं। उन्होंने यह भी कहा कि जो बच्ची मिसिंग है उसे तलाश करने के लिए आप सभी लोग तुरन्त मलबा हटाना शुरू कर दें। अधिकारियों के समझाने बुझाने के पश्चात अधिकांश लोगों को बचाव कार्य में सहयोग करते देखा गया।
मण्डलायुक्त ने कहा कि यह दुर्घटना काफी हृदयविदारक है। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों एवं पुलिस कर्मियों को पूरी तरह से शांति व्यवस्था बनाये रखने का निर्देश दिया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि दुर्घटनाग्रस्त मकानों के आसपास के मकान भी प्रभावित हुए हैं, इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से प्रभावित मकानों को तत्काल खाली करायें। उन्होंने उपजिलाधिकारी एवं क्षेत्राधिकारी को निरन्तर मौके पर मौजूद रहकर निगरानी करने का भी निर्देश दिया।