पीआरडी और होम गार्ड के सहारे चल रही ट्रैफिक व्यवस्था
लखीमपुर खीरी।
शहर की नगर पालिका टैक्स लेने में आगे है और व्यवस्था में पीछे है। शहर को साफ-सुथरा बनाने,पानी की व्यवस्था और स्वच्छता तथा शहर की तमाम समस्याओं का निराकरण करना नगरपालिका का दायित्व है। लेकिन शहर में सड़कों पर आम लोगों की समस्या की सुनवाई कौन करे बहुत बड़ा सवाल है।सड़कों पर गाडिया ई रिक्शा रिक्शा आदि तमाम तरह के वाहन सड़क पर खड़े रहते हैं। जो जाम की समस्या को पैदा करते है। संकटा देवी चौराहे से बाजार की तरफ जाने वाली सड़क पर आये दिन जाम लगा रहता है। कभी कभी तो घंटों जाम लगा रहता है लेकिन न तो लोग सुधरने को तैयार है और न ही दुकानदार जिनकी दुकानें सड़क के किनारे बनी हुई है। उनके यहां सामान लेने आने वाले लोगों के लिए कोई उचित व्यवस्था न होने के कारण इस समस्या से निदान नहीं मिल पा रहा है। इसका संज्ञान न तो प्रशासन ले रहा है और न ही पालिका जिम्मेदारी ले रहा है।
स्वामित्व की होड़ में आगे लेकिन काम के नाम पर भागे
शहर की लगभग सड़के नगरपालिका की हैं नगरपालिका केवल स्वामित्व की बात किया करती है और जब काम करने की बारी आती है तो अपना पल्ला झाड लेता है और उसे पीडब्ल्यूडी का बता देता है।सड़कों से जाम हटवाने को लेकर राहगीरों की समस्या की पूरी देख भाल करना नगर पालिका परिषद की जिम्मेदारी है।जेल रोड पर टैक्सी स्टेण्ड के पास मेला मैदान रोड इमली चौराहे से आनन्द टाकिज रोड कचेहरी रोड आदि सडकों पर जाम लगने की समस्या बनी रहती है।
पीआरडी और होम गार्ड के सहारे चल रही ट्रैफिक व्यवस्था
शहर की आबादी जनगणना के हिसाब से लगातार बढती जा रही है।प्रतिदिन छोटे-बडे वाहनों को मिलाकर हजारों की संख्या में वाहन यहां से गुजरते हैं। लेकिन ट्रैफिक व्यवस्था का हाल इतना खराब है कि लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यातायात विभाग में पूरे शहर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए स्टाफ की भारी कमी है जिससे यातायाय व्यवस्था को सुचारु रुप से नहीं चलाया जा सकता हैं। प्रशासन ने यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पीआरडी और होमगार्ड को इस काम में लगा दिया है। इन पीआरडी व होमगार्डों को कोई भाव नहीं देता है और वे हाथ देते रह जाते हैं और लोग अपना वाहन लेकर बेतरतीब घुस जाते हैं इससे भी जाम लगता है। शहर में पार्किंग की समस्या तो है लेकिन इसके निस्तारण के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। जो नये निर्माण हो रहे है उनको सख्त हिदायत दी जा रही है कि बिना पार्किंग के निर्माण कार्य न कराया जाय। इसमें कुछ लोग नक्शा तो सही पास करवाते हैं लेकिन निर्माण के बाद पार्किंग की व्यवस्था का इंतजाम नहीं करते हैं।