उपचुनाव में बसपा ने सर्वाधिक पूंजीपतियों और अपराधियों को दिए टिकट: एडीआर
लखनऊ।
उत्तर प्रदेश में 11 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने पूंजीपतियों और अपराधी छवि वाले सबसे अधिक प्रत्याशियों को टिकट दिए हैं।
एशाोसिएशन फॉर ड्रेमोक्रेटिक रिर्फोम्स (एडीआर) द्वारा मंगलवार को आयोजित प्रेसवार्ता में यूपी इलेक्शन वाच के राज्य प्रमुख संजय सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में उपचुनाव लड़ने वाले 109 उम्मीदवारों में से 101 उम्मीदवारों के शपथ पत्रों का विश्लेषण किया गया। जिसमें 24 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक छवि और 21 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। उन्होंने बताया कि दलगत उम्मीदवारों पर नजर डालें तो बसपा ने सर्वाधिक 05, इसके बाद भाजपा ने 03, कांग्रेस ने 02 और समाजवादी पार्टी ने 02 आपराधिक प्रवृत्ति के प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारा है।
संजय ने बताया कि इनमें सर्वाधिक आपराधिक छवि वाले उम्मीदवार अब्दुल मतीन हैं, जो प्रतापगढ़ विधानसभा सीट से पीस पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। दूसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी के टिकट पर रामपुर से चुनाव लड़ रहीं आजम खां की पत्नी डॉक्टर नाजीन फातमा हैं, जबकि तीसरे नंबर पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से प्रतापगढ़ से चुनाव लड़ रहे नीरज त्रिपाठी हैं।
सिंह ने बताया कि सबसे ज्यादा संपत्ति वाले उम्मीदवार भी बसपा के ही हैं। बसपा के कैंट उम्मीदवार अरुण द्विवेदी के पास चल-अचल संपत्ति को मिलाकर 22,24,78,397 रुपये है। दूसरे नम्बर पर कानपुर नगर के बसपा उम्मीदवार देवी प्रसाद तिवारी हैं, जिनके पास कुल चल-अचल संपत्ति 12,97,56,890 रुपये है।
सिंह ने बताया कि शैक्षिक योग्यता पर एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, 31 प्रतिशत उम्मीदवारों ने पांचवीं से 12वीं तक की शिक्षा ग्रहण की है, जबकि 61 प्रतिशत उम्मीदवारों ने अपनी योग्यता स्नातक घोषित की है। दो उम्मीदवार डिप्लोमा धारक हैं। वहीं आयु के हिसाब से 69 प्रतिशत उम्मीदवार 25 से 50 वर्ष आयु के मध्य हैं, जबकि 31 प्रतिशत 51 से 70 वर्ष की आयु के हैं। इस उपचुनाव में महिलाओं का प्रतिनिधित्व 11 प्रतिशत है।