प्रमुख ऊर्जा सचिव हटाए गए
लखनऊ।
ऊर्जा विभाग में हुए ईपीएफ घोटाले की गाज प्रमुख सचिव आलोक कुमार पर भी गिरी है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने उन्हें ऊर्जा विभाग से हटाकर अवस्थापना विभाग भेज दिया है। जबकि, परिवहन विभाग की जिम्मेदारी देख रहे अरविंद कुमार को अब ऊर्जा विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया है।
यूपीपीसीएल में ईपीएफ घोटाले की जांच के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीबीआई से सिफारिश की थी। सीबीआई के जांच शुरू करने से पहले फिलहाल ईओडब्ल्यू केस की पड़ताल कर रही है। उत्तर प्रदेश विद्युत निगम लिमिटेड के बिजली इंजीनियरों और कर्मचारियों के भविष्य निधि घोटाले में अब तक तत्कालीन वित्त निदेशक सुधांशु द्विवेदी, ट्रस्ट सचिव पीके गुप्ता और पूर्व एमडी एपी मिश्र की गिरफ्तारी हो चुकी है।
दरअसल, शासन में बैठे लोगों ने बिजली कर्मचारियों की वर्षों की गाढ़ी कमाई को एक विवादास्पद कंपनी, दीवान हाउसिंग फायनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) के हवाले कर दिया था। करीब 2600 करोड़ रुपये डूबती कंपनी में निवेश कर दिए जाने से बिजली कर्मचारियों का भविष्य अंधकारमय नजर आ रहा है। घोटाले के खुलासे के बाद हजारों कर्मचारियों और मजदूर यूनियनों की ओर से, इस घोटाले के लिए जिम्मेदार नौकरशाहों पर कार्रवाई का सरकार पर दबाव बनाया गया।