आक्रोशित भीड़ ने दिया था निशार कुरैशी हत्याकाण्ड को अंजाम

वायरल वीडीओ ने खोल दी पुलिस की पोल
माब लिंचिंग के मामले का स्वरुप बदलने में जुटी पुलिस, बता रही आक्रोश का परिणाम
गैरइरादतन हत्या का मामला दर्ज कर 05 को उठाया, कहा हो गया पर्दाफाश
प्रमोद श्रीवास्तव
फतेहपुर।


बहुचर्चित नृशंस सिमौर गाँव के दोहरे हत्याकाण्ड का परिदृश्य ही पुलिस ने बदल दिया है! पत्नी हंता की माब लिंचिंग की शक्ल वाली हत्या की नृशंसता को प्रदर्शित करता वीडीओ वायरल होने के बाद घटना को आत्महत्या का आवरण पहनाने पर आमादा गाजीपुर थाना पुलिस की जहाँ कलई खुलकर सामने आ गई है, वही आनन-फानन में हत्या का मुकदमा दर्ज कर 05 लोगों को मय आला कत्ल के गिरफ्तार कर कानून के रखवाले अपनी पीठ थपथपाने में जुट गये हैं। वायरल वीडीओ ने पुलिस की पोल खोल दी हैं। यह वीडीओ जिले की आबो-हवा में पूरी शिद्दत से तैर रहा है। वही हर तरफ पुलिस के रूख को लेकर सवाल उठ रहे हैं! विगत 30 अक्टूबर को जनपद के गाजीपुर थाना अन्तर्गत अतिसंवेदनशील सिमौर गाँव में छत्तीसगढ़ प्रदेश के  लोरमी गाँव निवासी मो० निशार कुरैशी पुत्र याकूब कुरैशी को आक्रोशित भीड़ ने कुल्हाड़ी, लाठी डंडा व ईंट पत्थरों से पीट-पीटकर उस समय निर्दयतापूर्वक मौत के घाट उतार दिया गया था, जब ससुराल में उसने कुल्हाड़े से ताबडतोड़ वार कर अपनी पत्नी सोनी उर्फ अफसरी को मौत की नींद सुलाने के बाद बचाने आई सास व साली को भी गम्भीर रूप से घायल कर दिया था और छत के ऊपर चढ़कर पुलिस के आने का इंतजार करने लगा था।
बताते है कि इस हृदयविदारक घटना की सूचना के कुछ देर बाद मौके पर पहुँची पीआरवी-1173 टीम को देखकर जैसे ही निशार छत से नीचे उतरा और पीआरवी टीम की ओर भागा आक्रोशित भीड़ ने घेरकर उसकी कुल्हाड़ी, लाठी डंडा व ईंट पत्थरों से तब तक पिटाई की जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। यह समूचा घटनाक्रम पीआरवी टीम की मौजूदगी में अंजाम दिया गया। बड़ी बात यह है कि माब लिंचिग की शक्ल वाली इस घटना को क्षेत्रीय गाजीपुर थाना पुलिस ने इस कदर हल्के में लिया  था कि थाना अध्यक्ष सन्दीप तिवारी व थाने का फोर्स कई घण्टे बाद मौके पर पहुँचा जबकि घटना स्थल से थाने का फासला बमुश्किल तीन किलो मीटर होगा!
इस हृदयविदारक घटना की सूचना पर मौके पर पहुँचे तत्कालीन पुलिस अधीक्षक रमेश ने अपने प्राथमिक बयान में निशार की मौत आक्रोशित पब्लिक की पिटाई से होने की बात कही गई किन्तु शाम होते होते पुलिस ने घटना का समूचा परिदृश्य ही बदल दिया और घटना को कमतर साबित करने के उद्देश से पत्नीहंता द्वारा स्वयं को कुल्हाड़े से चोट पहुँचाकर आत्महत्या करने की बात कही जाने लगी। आश्चर्य तो तब हुआ जब घटना स्थल पर निशार की मौत पब्लिक की पिटाई से होने का बयान देने वाले पूर्व एसपी रमेश भी सम्बंधित एसओ सन्दीप तिवारी व सीओ जाफरगंज श्रीपाल यादव के स्वर में स्वर मिलाते हुए समूची घटना का परिदृश्य ही बदल दिया। राष्ट्रीय स्तर के स्वरुप की घटना को पुलिस ने जैसे महत्व ही देना उन परिस्थितियों में भी मुनाशिब नहीं समझा जब निशार की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अकेले उसके चेहरे में 52 गहरी चोटें निकली। फिर भी पुलिस निशार द्वारा आत्म हत्या करने की बात पर अड़ी रही।
सूत्र बताते हैं कि पीआरवी 1173 की टीम और कुछ गाँव वालों ने पुलिस अधिकारियों से पूरी कहानी कह सुनाई थी और पीआरवी सम्बंधित के एक सिपाही द्वारा भीड़ को उकसाने की जानकारी भी दी गई थी। बावजूद इसके पुलिस घटना का स्वरुप ही बदलने पर अडिग रही। कहते है कि घटना के दिन शाम 05 बजे के करीब गाँव के चौकीदार से एसओ ने एक तहरीर भी ली थी जिसमें निशार की पिटाई करने वाले पाँच ज्ञात व तमाम अज्ञात के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज करने की तैयारी थी किन्तु ऐसे में मामला माब लिंचिंग का बन जाने से राष्ट्रीय स्तर का होने से बचाने के लिये उस तहरीर को ठण्डे बस्ते में डाल दिया गया! वही कल
इस अतिचर्चित मामले के पंख अचानक उस समय लग गये जब पुलिस को कही से भनक लगी कि कुछ गाँव वालों ने मौका-ए-वारदात का वीडीओ बना लिया है। इस सूचना से पुलिस के हाथ-पाँव फूल गये और कई गाँव वालों से इस सन्दर्भ में सुरागरसी का प्रयास भी किया गया किंतु वीडीओ हाथ नहीं लग सका! इधर छत्तीसगढ़ से आये मृतक के भाई ने कल थाने पहुँचकर घटना की तहरीर दी, क्योंकि गाजीपुर पुलिस को वीडीओ की भनक लग चुकी थी, इसलिये किसी सम्भावित फजीहत से अपने बचाव को इस तहरीर के आधार पर अज्ञात लोगों के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया। उधर मौका-ए-वारदात का वह वीडीओ कही से दुबई पहुँच गया और वहाँ से यह कल देर शाम यहाँ के वाट्सअप ग्रुपों में वायरल हुआ। देखते ही देखते यह उस घटना को लगभग माब लिंचिंग  साबित करने वाला यह वीडीओ सभी के फोन तक पहुँच गया और घटना की वीभत्सता चहुओर बड़ी चर्चा का विषय बन गई।
इस वीडीओ के वायरल होने के बाद निशार की मौत को आत्महत्या साबित करने में जुटी पुलिस के हाथ-पाँव फूल गये। जिसका वीडियो वायरल होने के बाद डीजीपी के हस्तक्षेप के तीन दिन बाद थाने में पांच लोगों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज किया गया। आनन-फानन में कहानी गढ़ी गई और नवागंतुक पुलिस अधीक्षक प्रशान्त वर्मा ने दोपहर बाद पुलिस लाइन सभागार में प्रेस काँफ्रेंश में सिमौर काण्ड का खुलासा कर देने का दावा किया गया। बकौल एसपी आज गाजीपुर थाना अध्यक्ष संदीप तिवारी मय हमराह उ०नि० उमाशंकर सिंह, हे० कां० आनन्द राय व कां० उमेश कुमार सिंह व कां० नरेन्द्र केथवास के सरकारी वाहन से मु०अ०सं० 274 2019 धारा 304 बनाम अज्ञात की विवेचना के दौरान उपरोक्त वाद की घटना का अनावरण करते हुए घटना के प्रकाश में आये अभियुक्त अब्दुल्ला कुरैशी पुत्र अब्दुल सलाम, ओसामा कुरैशी पुत्र सहीद कुरैशी, सहनवाज कुरैशी पुत्र इरफान कुरैशी, सलमान कुरैशी पुत्र अब्दुल्ला कुरैशी व मो० रफीक कुरैशी कुरैशी पुत्र बदुल्ला कुरैशी निवासीगढ़ सिमौर थाना गाजीपुर को सिमौर गाँव से गिरफ्तार किया गया।
एसपी ने बताया कि अभियुक्तों की निशानदेही पर मृतक मो० निशार के घटना में शामिल आला-कत्ल कुल्हाड़ी व डंडा आदि बरामद कर लिया गया है। एसपी ने यह भी बताया कि मृतक निशार कुरैशी द्वारा विगत 30 अक्टूबर को अपनी पत्नी सोनी उर्फ अफसरी की निर्मम व नृसंश हत्या धारदार हथियार कुल्हाड़ी व चाकू से कई प्रहार कर घटना की अंजाम दिया गया। उक्त घटना के पश्चात सोनी के परिवारीजन व रिश्तेदारों द्वारा घटना से आक्रोशित होकर निसार को कुल्हाड़ी, लाठी डंडा व ईंट पत्थरों से पीट पीटकर मार डाला गया। एक सवाल के जवाब में एसपी श्री वर्मा ने इस घटना को माब लिंचिंग मानने से इंकार करते हुए इसे आक्रोश में हुई घटना बताया। साथ ही यह भी कहा कि इस घटना की जाँच करवायेंगे और अगर कोई दोषी मिला तो कार्यवाही की जायेगी। फिलहाल वायरल वीडीओ जिले की आबो-हवा में पूरी शिद्दत से तैर रहा है। वही हर तरफ पुलिस के रूख को लेकर सवाल उठ रहे हैं!


Popular posts from this blog

भारत विदेश नीति के कारण वैश्विक शक्ति बनेगा।

स्वरोजगारपरक योजनाओं के अंतर्गत ऑनलाइन ऋण वितरण मेले का किया गया आयोजन

बांसडीह में जाति प्रमाण पत्र बनाने को लेकर दर्जनों लोगों ने एसडीएम को सौपा ज्ञापन