कार्यशाला के माध्यम से अधिकारियों में कार्य करने तथा निर्णय लेने की क्षमता का होगा विकास : उप मुख्यमंत्री

माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा विभागीय प्राथमिकताओं के नियोजन के लिए एक दिवसीय ''मंथन'' कार्यशाला सम्पन्न
लखनऊ।


माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा विभागीय प्राथमिकताओं के नियोजन के लिए शुक्रवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशालय, 18 पार्क रोड, लखनऊ के सभाकक्ष में उप मुख्यमंत्री, डॉ0 दिनेश शर्मा, की अध्यक्षता में एक दिवसीय ''मंथन'' कार्यशाला का आयोजन किया गया।
''मंथन'' कार्यशाला में सभी विभागीय अधिकारियों को 10 अलग-अलग समूहों में बाँट दिया गया तथा कार्यशाला के मार्गदर्शक प्रो0 अरविन्द मोहन, विभागाध्यक्ष, अर्थशास्त्र विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा प्रत्येक समूह को 20 मिनट का समय दिया गया, जिसके अन्तर्गत माध्यमिक शिक्षा के विकास, विभागीय प्राथमिकताओं, समय-सीमा, मापन योग्य एवं प्राप्त किये जा सकने वाले लक्ष्यों की पहचान, आने वाली कठिनाईयों के चिन्हांकन एवं उनका निवारण के सम्बन्ध में सभी समूहों द्वारा अपने अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक सुझाव दिये गये। इसके साथ ही समूह परिचर्चा में समस्त अधिकारियों ने अपने-अपने अनुभवों, जनपदों में अपनायी जा रही ठमेज च्तंबजपबमे तथा प्ददवअंजपवद को एक दूसरे से साझा किया, जिससे कार्ययोजना साध्य एवं व्यवहारिक रहे।
उप मुख्यमंत्री ने प्रत्येक समूहां के साथ माध्यमिक शिक्षा के गुणवत्ता सम्वर्द्धन के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया। इसके साथ ही राज्यमंत्री माध्यमिक शिक्षा, गुलाब देवी, प्रमुख सचिव, माध्यमिक शिक्षा श्रीमती आराधना शुक्ला, सचिव माध्यमिक शिक्षा आर0 रमेश कुमार, विशेष सचिव, माध्यमिक शिक्षा क्रमशः राजेश कुमार, उदयभानु त्रिपाठी एवं शत्रुन्जय कुमार सिंह, शिक्षा निदेशक विनय कुमार पाण्डेय के अतिरिक्त शासन एवं निदेशालय के उच्चाधिकारियों ने भी अलग-अलग समूहों में प्रतिभाग कर विभाग के उन्नयन के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया। परिचर्चा में शिक्षकों की कमी की समस्या, माध्यमिक तथा बेसिक शिक्षा को एकीकृत कर बेहतर समन्वय की सुनिश्चितता, शिक्षकों के कार्यों का मूल्यांकन किये जाने, परीक्षा के पहले विद्यालयों द्वारा समय तथा तनाव प्रबन्धन के उपाय, विद्यालयों के विकास के लिए सामुदायिक सहभागिता को प्रोत्साहित किये जाने, सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान हेतु संचार माध्यमों को सुदृढ़ किये जाने, रोजगार परक शिक्षा को प्राथमिकता दिये जाने, हेतु विशेष प्रयास किये जाने सहित अन्य महत्वपूर्ण बिन्दु निकलकर सामने आये है। इसके पश्चात् कार्यक्रम के मार्गदर्शक प्रो0 अरविन्द मोहन एवं उनके सहयोगियों ने माध्यमिक शिक्षा के उन्नयन एवं सम्वर्द्धन के सम्बन्ध में प्रत्येक पहलुओं पर अपने विचार रखे।
उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने इस अवसर पर एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम को माध्यमिक शिक्षा परिषद्, उ0प्र0, प्रयागराज द्वारा लागू किये जाने के उपरान्त नये पाठ्यक्रम के अनुरूप समस्त माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत अध्यापकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किये जाने तथा माध्यमिक शिक्षा के अन्तर्गत संचालित प्रशिक्षण केन्द्रों के सुदृढ़ीकरण किये जाने के निर्देश विभाग के उच्चाधिकारियों को दिये। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार के कार्यशाला के आयोजन से अधिकारियों में कार्य करने तथा निर्णय लेने की क्षमता का विकास होगा।
''मंथन'' कार्यशाला में राज्य मंत्री माध्यमिक शिक्षा, गुलाब देवी, प्रमुख सचिव, माध्यमिक शिक्षा, आराधना शुक्ला, सचिव, माध्यमिक शिक्षा आर0 रमेश कुमार, विशेष सचिव, माध्यमिक शिक्षा क्रमशः राजेश कुमार, उदयभानु त्रिपाठी एवं शत्रुन्जय कुमार सिंह, शिक्षा निदेशक विनय कुमार पाण्डेय के अतिरिक्त शासन एवं निदेशालय के अन्य उच्चाधिकारी, मण्डलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों, मण्डलीय उप शिक्षा निदेशकों एवं जिला विद्यालय निरीक्षकों द्वारा प्रतिभाग किया गया।


 


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