लोक आस्था के साथ ही, प्रकृति के प्रति हमारी भावनाओं को उजागर करता है छठ पर्व: मुख्यमंत्री



लखनऊ।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि छठ पर्व लोक आस्था के साथ ही, प्रकृति के प्रति हमारी भावनाओं को उजागर करता है। पूरी सात्विकता और आत्मिक शुद्धि के साथ मनाया जाने वाला यह पर्व सामाजिक समरसता का पर्व भी है। छठ पूजा के पर्व में हमारे समाज की पारस्परिक समता की भावना पूर्णता के साथ सामने आती है। यह पर्व सभी वर्ग और जाति के लोग एक भाव होकर मनाते हैं। उन्होंने कहा कि छठ पर्व में सूर्य की पूजा होती है। इसमें अस्तांचल व उदीयमान सूर्य को अघ्र्य दिया जाता है। सूर्य जीवन्त देवता हंै। सूर्य प्रकृति और जीवन का आधार है। इसके बिना जीवन की कल्पना सम्भव नहीं है।
मुख्यमंत्री आज यहां गोमती नदी के तट पर लक्ष्मण मेला मैदान स्थित छठ घाट पर 'अखिल भारतीय भोजपुरी समाज' द्वारा आयोजित छठ पूजा कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने से पूर्व, छठ घाट पर उन्होंने सूर्य देव को अघ्र्य प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन की शुरुआत भोजपुरी भाषा में सभी व्रती और श्रद्धालुओं को छठ पूजा की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए की। उन्होंने कहा कि पर्व और त्योहार समाज को सकारात्मक ऊर्जा से युक्त करते हैं। पर्व और त्योहार समाज को एक सूत्र में बांधते हैं। यह हमारी राष्ट्रीयता को सुदृढ़ करते हैं। साथ ही, इनके माध्यम से हमारी राष्ट्रीयता अभिव्यक्त भी होती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भोजपुरी समाज देश और दुनिया में जहां भी गया, लोक आस्था के अपने पर्व और त्योहार लेकर गया। इसीलिए छठ पूजा का पर्व जो पहले भोजपुरी क्षेत्र तक सीमित था, आज देश के प्रमुख नगरों सहित विश्व के अनेक देशों में पूरी आस्था व श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। अनेक देशों में यह लोक आस्था का दिव्य पर्व बन गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कई देशों में भोजपुरी समाज के लोग नेतृत्व प्रदान कर रहे हैं। माॅरीशस में भोजपुरी को राजभाषा का सम्मान प्राप्त है। दीपोत्सव-2019 में सम्मिलित हुई फिजी गणराज्य की संसद की उपसभापति श्रीमती वीना भटनागर के, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार के रहने वाले पूर्वज छः पीढ़ी पूर्व फिजी गए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीराम के अयोध्या आगमन की स्मृति में दीपावली का पर्व मनाया जाता है। हम अपनी इस दिव्य परम्परा को विस्मृत कर चुके थे। दीपावली का पर्व घरों तक सीमित हो गया था, राज्य सरकार दीपावली के उत्सव से जोड़कर अयोध्या में भव्य दीपोत्सव के आयोजन के माध्यम से अयोध्या की नयी छवि बनाने का कार्य कर रही है। राज्य सरकार द्वारा अयोध्या में दीपावली के अवसर पर दीपोत्सव-2019 का दिव्य और भव्य आयोजन किया गया। इस बार राज्य सरकार के प्रयास के अलावा अयोध्यावासियों की सहभागिता से अयोध्या में 06 लाख 11 हजार से अधिक दीप प्रज्ज्वलित किए गए। पर्व और त्योहारों में जनसहभागिता से हमारी सामूहिकता की भावना सामने आती है। यह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' की परिकल्पना को भी प्रदर्शित करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुम्भ भारत की हजारों वर्ष की परम्परा का प्रसाद है। अव्यवस्था, कुम्भ के सम्बन्ध में सामान्य धारणा बन गयी थी। वर्तमान राज्य सरकार ने प्रयागराज कुम्भ-2019 के सफल व निर्विघ्न आयोजन के माध्यम से इस धारणा को बदला है। प्रयागराज कुम्भ-2019 ने पर्व और त्योहारों के आयोजन के लिए सुरक्षा, सुव्यवस्था और स्वच्छता का मानक स्थापित किया है। सभी पर्व और त्योहारों के आयोजन में यह मानक अपनाया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी जी ने स्वच्छता, स्वदेशी व स्वावलम्बन का जो संदेश दिया था, हमें उसका ध्यान रखना चाहिए। प्रधानमंत्री जी ने स्वच्छता के प्रसार के लिए वर्ष 2014 में गांधी जयन्ती के अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन की घोषणा की। उन्होंने गंगा जी को स्वच्छ, अविरल व निर्मल बनाने के लिए 'नमामि गंगे परियोजना' प्रारम्भ की। राज्य सरकार गंगा जी के साथ उनकी सहायक नदियों को स्वच्छ बनाने के लिए कार्य कर रही है। इसके लिए जनसहभागिता की भी आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान सूर्य की उपासना के साथ ही, हमें जल की शुद्धि व जल संरक्षण पर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। नदी, तालाब आदि जल स्रोतों को गंदा व अपवित्र करना आस्था नहीं, अनास्था है। हम सभी को नदी, तालाब आदि जल स्रोतों में किसी भी प्रकार की सामग्री को डालने से बचना चाहिए। पर्व और त्योहारों के आयोजन के साथ सुरक्षा, सुव्यवस्था एवं स्वच्छता के उच्च मानक स्थापित करना सभी को अपना दायित्व मानना चाहिए। उन्होंने छठ पूजा के पश्चात पूजा स्थल की स्वच्छता बनाए रखने में कार्यक्रम के आयोजकों की भागीदारी की अपील करते हुए कहा कि अगले वर्ष और भव्य आयोजन के लिए कार्ययोजना बनायी जाए। राज्य सरकार इसमें हर सम्भव सहयोग करेगी।
कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत करते हुए अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री प्रभुनाथ राय ने कहा कि यहां पर विगत 34 वर्षों से छठ पूजा का आयोजन किया जा रहा है। पहली बार प्रदेश के मुख्यमंत्री छठ पूजा के कार्यक्रम में सम्मिलित हुए हैं।
इस अवसर पर प्रदेश सरकार में मंत्री सूर्य प्रताप शाही, ब्रजेश पाठक, आशुतोष टण्डन, डाॅ0 महेन्द्र सिंह, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व विधान परिषद सदस्य स्वतंत्र देव सिंह, जनप्रतिनिधिगण, पुलिस महानिदेशक ओ0पी0 सिंह, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी सहित वरिष्ठ अधिकारी व बड़ी संख्या में व्रती व श्रद्धालुजन उपस्थित थे।




Popular posts from this blog

भारत विदेश नीति के कारण वैश्विक शक्ति बनेगा।

स्वरोजगारपरक योजनाओं के अंतर्गत ऑनलाइन ऋण वितरण मेले का किया गया आयोजन

बांसडीह में जाति प्रमाण पत्र बनाने को लेकर दर्जनों लोगों ने एसडीएम को सौपा ज्ञापन