ऊर्जा मंत्री की बर्खास्तगी की मांग को लेकर कांगे्रस ने दिया धरना
लखनऊ।
बिजली विभाग के हजारों कर्मचारियों की भविष्य निधि में घोटाला मामले में उ.प्र. कांगे्रस कमेटी ने योगी सरकार के विरोध में सोमवार को राजधानी के जीपीओ पार्क स्थित गांधी प्रतिमा के सामने धरना दिया। इस दौरान कांग्रेस ने कहा कि इस महाघोटाले में संलिप्त ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा की बर्खास्तगी एवं आपराधिक मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किये जाने की मांग करती है अन्यथा पूरे प्रदेश के कांग्रेसजन आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए विवश होंगे।
उ.प्र. कांगे्रस कमेटी के सचिव एवं लखनऊ प्रभारी रमेश शुक्ला की अगुवाई में आयोजित धरने को सम्बोधित करते हुए रमेश ने कहा कि 2600 करोड़ रूपये का घोटाला बगैर ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा की मिलीभगत के संभव नहीं है। प्रदेश के मुख्यमंत्री अपनी सरकार के ऊर्जा मंत्री को बचाने के लिए पहले तो इस घोटाले को महीनों दबाने का भरसक प्रयास किया लेकिन कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा इस महालूट के चलते प्रदेश के लाखों परिवारों के साथ जघन्य आपराधिक कृत्य को प्रमुखता से उठाये जाने एवं कांग्रेस पार्टी द्वारा कर्मचारियेां के हितों के संघर्ष के दृढ़ संकल्प और आम जनता के हितों की रक्षा की प्रतिबद्धता के चलते प्रदेश सरकार ने एक बार फिर लीपापोती करने का प्रयास किया। श्री शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इन लाखों कर्मचारी परिवारों के हितों को लेकर इस महाघोटाले में संलिप्त ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा की बर्खास्तगी एवं आपराधिक मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किये जाने की मांग करती है अन्यथा पूरे प्रदेश के कांग्रेसजन आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए विवश होंगे।
इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी प्रशासन सिद्धार्थ प्रिय श्रीवास्तव ने कहा कि हजारों बिजली कर्मचारियों के भविष्य निधि को हड़पने वाली प्रदेश की भाजपा सरकार ने डिफाल्टर कंपनी में पैसे का निवेश किया, जिससे साबित होता है कि कंपनी तो डिफाल्टर है ही यह सरकार भी डिफाल्टर हो चुकी है।
धरने को पूर्व विधायक श्यामकिशोर शुक्ला, डा0 अनूप पटेल, केके आनन्द, शैलेन्द्र तिवारी बबलू पूर्व पार्षद ने भी सम्बोधित किया। धरने का संचालन मुकेश सिंह चैहान पूर्व पार्षद ने किया।
धरने में पूर्व विधायक सतीश अजमानी, वीरेन्द्र मदान, ओंकारनाथ सिंह, अमरनाथ अग्रवाल, अशोक सिंह, जीशान हैदर, अंशू अवस्थी सहित अन्य कंाग्रेसजन मौजूद रहे।
उ.प्र. कांगे्रस कमेटी के सचिव एवं लखनऊ प्रभारी रमेश शुक्ला की अगुवाई में आयोजित धरने को सम्बोधित करते हुए रमेश ने कहा कि 2600 करोड़ रूपये का घोटाला बगैर ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा की मिलीभगत के संभव नहीं है। प्रदेश के मुख्यमंत्री अपनी सरकार के ऊर्जा मंत्री को बचाने के लिए पहले तो इस घोटाले को महीनों दबाने का भरसक प्रयास किया लेकिन कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा इस महालूट के चलते प्रदेश के लाखों परिवारों के साथ जघन्य आपराधिक कृत्य को प्रमुखता से उठाये जाने एवं कांग्रेस पार्टी द्वारा कर्मचारियेां के हितों के संघर्ष के दृढ़ संकल्प और आम जनता के हितों की रक्षा की प्रतिबद्धता के चलते प्रदेश सरकार ने एक बार फिर लीपापोती करने का प्रयास किया। श्री शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इन लाखों कर्मचारी परिवारों के हितों को लेकर इस महाघोटाले में संलिप्त ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा की बर्खास्तगी एवं आपराधिक मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किये जाने की मांग करती है अन्यथा पूरे प्रदेश के कांग्रेसजन आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए विवश होंगे।
इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी प्रशासन सिद्धार्थ प्रिय श्रीवास्तव ने कहा कि हजारों बिजली कर्मचारियों के भविष्य निधि को हड़पने वाली प्रदेश की भाजपा सरकार ने डिफाल्टर कंपनी में पैसे का निवेश किया, जिससे साबित होता है कि कंपनी तो डिफाल्टर है ही यह सरकार भी डिफाल्टर हो चुकी है।
धरने को पूर्व विधायक श्यामकिशोर शुक्ला, डा0 अनूप पटेल, केके आनन्द, शैलेन्द्र तिवारी बबलू पूर्व पार्षद ने भी सम्बोधित किया। धरने का संचालन मुकेश सिंह चैहान पूर्व पार्षद ने किया।
धरने में पूर्व विधायक सतीश अजमानी, वीरेन्द्र मदान, ओंकारनाथ सिंह, अमरनाथ अग्रवाल, अशोक सिंह, जीशान हैदर, अंशू अवस्थी सहित अन्य कंाग्रेसजन मौजूद रहे।