सरकारी गौशाला में 4 दिनों में 13 गायों की मौत!
बांदा।
बांदा जिले की अतर्रा नगर पालिका परिषद द्वारा संचालित कान्हा पशु आश्रय केंद्र (गौशाला) में कथित रूप से भूख और बीमारी से पिछले चार दिनों में 13 गायों की मौत हो चुकी है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्थानीय नेता राकेश गौतम मेजर ने दावा किया कि नगर पालिका परिषद अतर्रा द्वारा बदौसा रोड में संचालित कान्हा पशु आश्रय केंद्र (गौशाला) में करीब 416 आवारा गौवंश संरक्षित हैं। जहां चारा-पानी की कमी के चलते भूख की वजह से पिछले चार दिनों में 13 गायों की मौत हो चुकी है। इनमें चार गायें सड़क दुर्घटना में घायल थीं और नौ गायों की मौत चारा-पानी के अभाव में हुई है। गौतम ने आरोप लगाया कि नगर पालिका परिषद के कर्मचारियों ने बिना पोस्टमॉर्टम कराए ही शव दफना दिए हैं। हालांकि, अतर्रा के उपजिलाधिकारी (एसडीएम) सौरभ शुक्ला का कहना है कि गौतम झूठ बोल रहे हैं। दुर्घटना में घायल जिन चार गायों की मौत हुई है, उनका पोस्टमॉर्टम कराया गया है। चारा-पानी का पूरा इंतजाम है और समय-समय पर कान्हा पशु आश्रय केंद्र का निरीक्षण भी किया जा रहा है। चार गायों के अलावा एक भी गाय की मौत नहीं हुई है। इस बीच गौशाला के आवारा गोवंशों की देखरेख करने वाले सफाईकर्मी छोटेलाल ने बताया कि पिछले चार दिनों में 13 गायों की मौत हो चुकी है, जिन्हें बिना पोस्टमॉर्टम के ही पालिकाकर्मी ले गए हैं। अब भी दो गायें बीमार हैं। कुछ दिन पूर्व भी कुछ गायों की मौत हुई थी। प्रतिदिन एक-दो गायों की मौत हो रही है।
पालिकाकर्मी महेंद्र और विजय के अनुसार, अक्टूबर माह में करीब 50 गायों की मौत हो चुकी है, जिन्हें सरकारी कृषि फॉर्म के पीछे नहर किनारे बिना पोस्टमॉर्टम के ही फेंका जा चुका है।