अलविदा 2019: इस साल दुनिया को अलविदा कह गये ये सितारे
साल 2019 अब अपने अंतिम पड़ाव पर है. यह साल हिंदी सिनेमा के लिए अच्छे और बुरे दोनों पल लेकर आया. इस साल कई चर्चित कलाकार इस दुनिया को छोड़कर चले गये जिनका खालीपन हम सदा महसूस करेंगे. वे हमेशा हमारी यादों में रहेंगे. आज हम ऐसे ही कलाकारों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका निधन इस साल हुआ.
वीरू देवगन : अजय देवगन के पिता वीरू देवगन का 27 मई को निधन हो गया था. वीरू देवगन एक प्रसिद्ध स्टंट मास्टर थे और उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों के स्टंट कोरियोग्राफर किये थे. वे पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे. वीरू देवगन को दिलवाले (1994), हिम्मतवाला (1983), शहंशाह (1998), फूल और कांटे (1991) जैसी कई फिल्मों में उनके योगदान को लेकर आज भी याद किया जाता है. उन्होंने 80 की कई सुपरहिट फिल्मों के स्टंट कोरियोग्राफ किये थे.
गिरीश कर्नाड : देश के जाने माने समकालीन लेखक, नाटककार, अभिनेता और फिल्म निर्देशक गिरीश कर्नाड का 10 जून को 81 साल की उम्र में निधन हो गया. वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे. 1998 में ज्ञानपीठ पुरस्कार के अलावा गिरीश कर्नाड पद्मश्री और पद्मभूषण से भी सम्मानित किया गया था. उन्हें कन्नड़ फ़िल्म 'संस्कार' के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का राष्ट्रीय पुरस्कार भी दिया गया था.
राजकुमार बड़जात्या : मशहूर फिल्म प्रोड्यूसर राजकुमार बड़जात्या का 21 फरवरी निधन हो गया था. राजकुमार बड़जात्या ने फिल्म उद्योग में निर्माता के रूप में काम किया और मुख्य रूप से अपने पुत्र के निर्देशन में बनी फिल्मों का निर्माण किया. इस बैनर की स्थापना राजकुमार बड़जात्या के पिता ताराचंद बड़जात्या ने की थी. प्रोडक्शन हाउस ने 'दोस्ती', 'तपस्या' और 'सारांश' जैसी कई फिल्मों का निर्माण किया. राजश्री प्रोडक्शन ने कई सुपरहिट फिल्में 'हम आपके हैं कौन', 'हम साथ साथ हैं', 'विवाह' और प्रेम रतन धन पायो जैसी फिल्मों को प्रोड्यूस कर चुकी हैं.
विजू खोटे : दिग्गज अभिनेता वीजू खोटे का 30 सितंबर को निधन हो गया था. वीजू खोटे को क्लासिक फिल्म 'शोले' में उनके किरदार 'कालिया' के लिए याद किया जाता है. इस फिल्म में गब्बर सिंह के साथ उनका डायलॉग 'अब तेरा क्या होगा कालिया' काफी मशहूर हुआ था. इसके अलावा फिल्म 'अंदाज अपना अपना' में उनका रॉबर्ट का किरदार भी काफी चर्चित रहा था. वीजू खोटे ने हिंदी के अलावा कई मराठी फिल्मों में भी काम किया था.
शौकत कैफी : वरिष्ठ अभिनेत्री और शबाना आजमी की मां शौकत कैफी का 22 नवंबर आयु संबंधी बीमारी के चलते निधन हो गया था. शौकत आजमी के नाम से भी जानी जाने वाली कैफी ने "बाजार", "उमराव जान" और मीरा नायर की ऑस्कर नामित फिल्म "सलाम बॉम्बे!" में अभिनय किया था.
वेणु माधव : तेलुगु फिल्मों के मशहूर कॉमेडियन वेणु माधव का 25 सितंबर को निधन हो गया था. वेणु पिछले कुछ समय से लिवर संबंधी दिक्कतों से जूझ रहे थे. वेणु अपने इलाज के लिए पिछले दो हफ्ते से हॉस्पिटल में भर्ती थे. वह सिर्फ 39 साल के थे. 170 से ज़्यादा फिल्मों में काम कर चुके वेणु माधव पिछले कुछ सालों से फिल्मों से दूर थे.
नवतेज हुंडल : विक्की कौशल स्टारर फिल्म 'उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक' में मुख्य भूमिका निभानेवाले अभिनेता नवतेज हुंडल का 8 अप्रैल को निधन हो गया था. गौरतलब है कि नवतेज हुंडल खलनायक (1993) और तेरे मेरे सपने (1996) जैसी फिल्मों में काम कर चुके हैं. अभिनेता आखिरी बार आदित्य धर की फिल्म 'उरी द सर्जिकल स्ट्राइक' में नजर आये थे. उन्होंने फिल्म में गृहमंत्री राजनाथ सिंह का किरदार निभाया था. इसके अलावा नवतेज हुंडल एक्टिंग कोच भी थे.
विद्या सिन्हा : बीते जमाने की मशहूर एक्ट्रेस विद्या सिन्हा का 15 अगस्त को निधन हो गया था. अपने जमाने में कई मशहूर फिल्मों की अभिनेत्री रहीं विद्या ने कई टीवी सीरियल्स में काम किया. विद्या सिन्हा की चर्चित और सफल फिल्मों में 'पति पत्नी और वो', 'रजनीगंधा', 'छोटी सी बात', 'हवस', 'मेरा जीवन', 'इनकार', 'किताब', 'जीवन मुक्त', 'तुम्हारे लिए' और 'सबूत' शामिल हैं. फिल्मों में काम करने के बाद विद्या ने 'भाभी और बहू रानी' सीरियल से टीवी वर्ल्ड में एंट्री की. विद्या आखिरी बार सलमान खान की फिल्म 'बॉडीगार्ड' में नजर आयीं थीं.
वीरू कृष्णनन : अभिनेता और कथक गुरु वीरू कृष्णनन का निधन 7 सितंबर को हो गया था. बता दें कि वीरू कृष्णनन फिल्म ' राजा हिंदुस्तानी', 'इश्क' और 'अकेले हम अकेले तुम' में यादगार भूमिका के लिए जाने जाते हैं. इसके अलावा वह कथक के गुरु भी रहे हैं.