कमलनाथ के बाद दिग्विजय भी चुकाएंगे सिंधिया के बगावत की कीमत, जा सकती है सीट


नई दिल्ली



दिग्विजय सिंह की राज्यसभा की राह में कांटे ही कांटेफूल सिंह बरैया को कांग्रेस का प्रथम कैंडिडेट की मांग
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते मध्य प्रदेश की तीन राज्यसभा सीटों पर होने वाला चुनाव फिलहाल स्थागित हो गया है. ऐसे में कांग्रेस के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह और फूल सिंह बरैया की मुश्किलें बढ़ गई हैं. इसमें सबसे बड़ी चिंता अब कांग्रेस के दिग्विजय सिंह की है, जिन्हें राज्यसभा में जाने से रोकने के लिए उनकी विरोधी लॉबी सक्रिय हो गई है. वहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के चलते कमलनाथ की सत्ता जा चुकी है और अब दिग्विजय सिंह की राज्यसभा सीट पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं.


कांग्रेस में दिग्विजय सिंह के विरोधी गुट ने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को इस बात का संदेश दिया है कि फूल सिंह बरैया को पार्टी अगर प्रथम वरियता देती है तो इससे अनुसूचित जाति और आदिवासी समुदाय को साधने का सियासी फायदा मिल सकता है. हालांकि, फूल सिंह बरैया का कहना है कि हम से ज्यादा दिग्विजय सिंह का राज्यसभा जाना जरूरी है.


दरअसल मध्य प्रदेश में पहले कांग्रेस की स्थिति ऐसी थी कि दो राज्यसभा सीटें मिलनी तय थीं. लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने और 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद गणित बिगड़ गया है. मौजूदा विधायकों के लिहाज से कांग्रेस को अब एक और बीजेपी को दो राज्यसभा सीटें मिलने की संभावना है. ऐसे में दिग्विजय विरोधी गुट ने उन्हें राज्यसभा में जाने से रोकने के लिए कोशिशें तेज कर दी हैं.


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