दिहाडी मजदूरो, पल्लेदारों, चाट/मूगॅफली का ठेला लगाने वाले तथा रिक्शा चालको को एक हजार रूपये की दी गई आर्थिक सहायता का प्रमाण पत्र
उन्नाव
विश्व स्वास्थ्य सगंठन द्वारा घोषित महामारी कोविड-19 के परिपेक्ष्य में ऐसे दैनिक वेतन भोगियों तथा मजदूरों आदि को भरण पोषण हेतु सहयता उपलब्ध कराये जाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी श्री रवीन्द्र कुमार ने दिहाडी मजदूरों , पल्लेदारों, चाट/मूगॅफली का ठेला लगाने वाले तथा रिक्शा चालको को एक हजार रूपये की आर्थिक सहायता की धनराशि उनके बैंक खाते में भेजे जाने का प्रमाण पत्र प्रदान किया।
जिलाधिकारी ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य सगंठन द्वारा घोषित महामारी कोविड-19 के तहत प्रदेश सरकार जनपद के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र के ऐसे दैनिक वेतन भोगियों तथा मजदूरों आदि को भरण पोषण हेतु एक हजार रूपये की आर्थिक सहयता की धनराशि की योजना संचालित की गयी है जो नगर विकास विभाग तथा खाद्य एवं रसद विभाग, श्रम विभाग, ग्राम विकास विभाग से सम्बन्धित-मनरेगा, निर्माण श्रमिक एवं दिहाडी मजदूर जो सम्बन्धित विभाग में पजीकृत है। उन्हे शासना देश के तहत लाभान्वित किये जाने के तहत जनपद के समस्त तहसीलों/ब्लाको/नगर पंचायतो के सम्बन्धित लोगो को चिन्हाकित कराकर एक हजार रूपये प्रति व्यक्ति, प्रति माह की सहायता उपलब्ध कराये जाने का कार्य प्रारम्भ हो गया है। उन्होंने बताया कि सम्बन्धित विभाग के अधिकारियांे को सख्त निर्देश दिये गये है कि चिन्हाकित व्यक्तियों के बैंक खातो में एक हजार रूपये की आर्थिक सहायता की धनराशि समय से उनके खाते में भेज दी जाये। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री विक्रान्त वीर व अपर जिलाधिकारी श्री राकेश कुमार सिंह ने उपस्थित लाभर्थीयो में श्री दिनेश, श्री सुनील श्री राहुल, श्री मुकेश, श्री रमेश तथा श्री रामअवतार को आर्थिक सहायता प्रमाण पत्र प्रदान किये तथा उनके द्वारा किये जा रहे कार्यो के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल की। इसी तरह तहसील, ब्लाॅक, नगर पंचायत तथा जनपद स्थर पर भी एक हजार रूपये की आर्थिक सहायता की धनराशि उनके खाते में भेजी जा रही है।